Lockdown में ज्योति की संघर्ष यात्रा पर बनेगी फिल्म, पिता को साइकिल से 1200 किमी दूर ले गई थी घर
Lockdown में अपनी पुरानी साइकिल पर बीमार पिता को बैठा 15 साल की एक लड़की गुरुग्राम से 1200 किमी दूर बिहार के अपने घर चली आई। अब उसके साहस व संघर्ष यात्रा पर फिल्म बनने जा रही है।
दरभंगा, जेएनएन। Bihar Lockdown: लॉकडाउन में बीमार पिता को साइकिल पर लेकर गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा स्थित अपने गांव सिरहुल्ली पहुंची 'साइकिल गर्ल' ज्योति कुमारी के हौसले को दुनिया सलाम कर रही है। उसे सम्मानित करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। इस बीच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता विनोद कापड़ी ने ज्योति की संघर्ष यात्रा पर फिल्म व वेब सीरीज बनाने की घोषणा की है। ज्योति के पिता मोहन पासवान ने विनोद कापड़ी की कंपनी बीएफपीएल के साथ अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर कर फिल्म और वेब सीरीज बनाने की सहमति दे दी है।
पिता ने दी फिल्म बनाने को ले सहमति
विनोद कापड़ी की कंपनी बीएफपीएल के प्रतिनिधि निर्भय भारद्वाज ने ज्योति से उसके गांव जा कर मुलाकात की तथा फिल्म व वेब सीरीज बनाने की बाबत बातचीत की। इसपर ज्योति व उसके परिवार ने सहमति दे दी। निर्भय भारद्वाज ने इसके बाद ज्योति के पिता मोहन पासवान के साथ कागजी औपचारिकताएं पूरी कीं।
पिता-पुत्री के संघर्ष को पर्दें पर उतारेंगे कापड़ी
फिल्मकार विनोद कापड़ी ने कहा वे ज्योति और मोहन पासवान की कहानी को अलग तरह से पेश करेंगे, क्योंकि यह संघर्ष पिता और पुत्री का है। उन्होंने जल्द ही ज्योति और मोहन पासवान से मिलने की भी बात कही।
विनोद कापड़ी ने कहा कि ज्योति देश की लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणा है, इसलिए वे उसपर फिल्म बना रहे हैं।
ज्योति की मदद के लिए लगातार बड़ रहे हाथ
इस बीच ज्योति की मदद के लिए लगातार लोग आगे आ रहे हैं। बीते दिन भी कई लोगों ने उससे मुलाकात की तथा मदद दी। उसकी सराहना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप भी कर चुकी हैं।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भेजे एक लाख: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ज्योति के बैंक खाते में एक लाख रुपये भेजे हैं। सपा जिलाध्यक्ष मो. वसी अहमद ने ज्योति से मुलाकात कर भविष्य में भी हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिया।
ज्योति को वीरांगना की उपाधि: अखिल भारतीय दुसाध कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को ज्योति से मिला। उसके हौसले को वीरांगना की उपाधि से नवाजा। सात ही कपड़े व धन राशि दी और हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
मैथिल वीरांगना की उपाधि: सुपौल जिले के निर्मली का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को सिरहुल्ली गांव पहुंचा। ज्योति को मैथिल-वीरांगना की उपाधि दी। ज्योति को ताम्र पत्र, प्रशस्ति-पत्र, वस्त्र और 51 सौ रुपये देकर उसके अदम्य साहस की सराहना की। प्रतिनिधिमंडल में बिहार प्रदेश जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक पंसारी, अखिल भारतीय दुसाध कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम शेखर, निर्मली नगर पंचायत के उपमुख्य पार्षद रंजीत नायक, निर्मली व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष निशांत जैन, निर्मली व्यापार संघ के सचिव नितिन चोपड़ा, निर्मली चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव चंदन कुमार, व्यवसायी दीपक पंसारी, रंजीत कुमार आदि थे।
जिप अध्यक्ष ने किया सम्मानित: जिला परिषद अध्यक्ष गीता देवी ने ज्योति को पाग-माला से सम्मानित किया और सहयोग राशि दी।
मदद को बढ़े और भी हाथ: गोरखपुर से पहुंचे एजुकेशन फॉर चेंज नामक संस्था के सदस्यों ने ज्योति से मिलकर कपड़ा, पठन सामग्री व दस हजार रुपये दिए। संस्था की ओर से निश्शुल्क शिक्षा का आश्वासन दिया। वहीं, महिला आवाम शिशु कल्याण परिषद के सचिव मो. शमीम ने उपहार दिया। साथ ही ज्योति का मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कराने कि बात कही। यह रकम ज्योति को विवाह के बाद मिलेगी।