Lok Sabha Election 2019: वैशाली में रघुवंश सिंह व वीणा देवी की किस्मत EVM में कैद
लोकतंत्र की धरती वैशाली में मतदाताओं ने एक बार फिर लोकतंत्र को धन्य किया। दो फीसद अधिक मतदान लोगों के चरम उत्साह का प्रमाण है। यहां रघुवंश सिंह व वीणा देवी के बीच सीधा मुकाबला है।
वैशाली [जेएनएन]। लोकतंत्र की धरती वैशाली में मतदाताओं ने एक बार फिर लोकतंत्र को धन्य किया है। छक्के छुड़ाने वाली गर्मी के बावजूद पिछली बार से तकरीबन दो फीसद अधिक मतदान मतदाताओं के चरम उत्साह का प्रमाण है। इसके साथ ही मतदाताओं ने पांच बार के सांसद रहे राजद प्रत्याशी रघुवंश प्रसाद सिंह व लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी की किस्मत इवीएम में कैद कर दी। अब जीत-हार के कयास लगने शुरू हो गए हैं। लेकिन किनकी किस्मत चमकी और कौन मायूस हुआ, यह 23 मई के पता चलेगा।
रविवार को सुबह के सैर पर निकले मतदाता मतदान केंद्रों की ओर मुखातिब नजर आए। बुजुर्ग मतदाताओं के लिए सुबह का समय सबसे मुफीद रहा। इस दौरान उनकी संख्या भी अच्छी-खासी देखी गई। बूथों पर महिलाओं की संख्या भी लोकतंत्र में उनकी भूमिका को स्पष्ट कर रही थी। अधिसंख्य बूथों पर साढ़े छह बजे ही मतदाताओं की लाइन लग गई थी। दर्जनों बूथों पर ईवीएम की खराबी से परेशानी रही। बावजूद इसके मतदाताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।
दूर-दूर तक मतदाताओं की लगी लाइन इस उत्साह को दिखाने के लिए पर्याप्त थी। चौक-चौराहे पर इक्का-दुक्का दुकानें खुली थीं। तपिश और गर्मी के बावजूद मतदाताओं की भीड़ रही। हालांकि मीनापुर के बनुआं स्थित बूथ नंबर 38 व 39 पर जमकर बवाल हुआ। दबंगों ने वोटरों को मतदान से रोक दिया। बूथ को कब्जे में ले लिया। ड्यूटी पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट और पोलिंग एजेंट को भी भगा दिया। अशांति फैलाने के आरोप में पूर्व मुखिया सुरेश राय को पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें जबरन छुड़ा लिया। काफी देर तक मतदान बाधित रहा।
वहीं, साहेबगंज में बूथ नंबर 37 पर ईवीएम खराब होने के कारण मतदान में काफी देरी हुई। इससे गुस्साए मतदाताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। सुरक्षा में तैनात जवानों ने उन्हें खदेड़ा। इसके बाद मतदान शुरू हो सका। लोकसभा क्षेत्र में ओवरऑल 61.37 फीसद वोटिंग हुई। 2014 की तुलना में इस बार ज्यादा वोटिंग हुई है। पिछली बार यहां 59.1 फीसद मत पड़े थे। सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम रहे। नक्सलग्रस्त इलाकों में अतिरिक्त बटालियन और सुरक्षा बलों की तैनाती रही। क्रिटिकल बूथों पर विशेष निगरानी रही। वहां वीडियो कैमरे से रिकॉर्डिंग की व्यवस्था थी।
लोकसभा क्षेत्र में 30 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए थे। बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधा रही। उन्हें कतार से अलग ही रखा गया। विधानसभावार बने पिंक बूथों पर सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं। यहां सभी काम महिलाओं के जिम्मे रहा। चुनाव समाप्ति के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच मुजफ्फरपुर स्थित बाजार समिति में बने वज्रगृह में ईवीएम को लाने का सिलसिला शुरू हुआ।
2009 के नतीजे
1. डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह (राजद) : 283454
2. विजय कुमार शुक्ला (जदयू) : 262049
3. शंकर महतो (बसपा) :17448
हार-जीत का अंतर : 21405
2014 के नतीजे
1. रामाकिशोर सिंह (लोजपा) : 305450
2. डॉ. रघुवंश प्रसाद (राजद) :206183
3. विजय सहनी (जदयू) :145182
हार-जीत का अंतर : 99267
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