लगेगी किसानों की पाठशाला
उन्नत किस्म की धान की फसल तैयार करने को लेकर पौधा संरक्षण विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।
मुजफ्फरपुर । उन्नत किस्म की धान की फसल तैयार करने को लेकर पौधा संरक्षण विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में अगले सप्ताह से किसानों की पाठशाला शुरू होगी। यह 14 सप्ताह तक चलेगा। इसके लिए जिले के चार प्रखंडों का चयन किया जाएगा।
बताया गया कि मौसम की मार और कीटों के आक्रमण से धान की फसल बर्बाद हो जाती है। इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान होता है। किसी तरह जो पैदावार होती भी है तो उस धान के चावल की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है। यहीं कारण है कि धान अधिप्राप्ति में चावल लेने से सरकारी एजेंसियां इंकार करती हैं। प्रत्येक प्रखंड से 30 किसानों का चयन किया जाएगा। दो प्रशिक्षक किसानों को फसल बचाने का पाठ पढ़ाएंगे। यह पाठ नई तकनीक के तहत इंटीग्रेटेड टेस्ट मैनेजमेंट के तहत पढ़ाया जाएगा। सबसे अधिक जोर रासायनिक खाद के कम से कम उपयोग करने पर रहेगा। यह जानकारी दी जाएगी कि नवीनतम तकनीक का उपयोग कर फसल को बचाया जाए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बिचड़ा को बचाने की मुहिम भी इस पाठशाला की होगी। कई बार जानकारी के अभाव में बिचड़ा तैयार नहीं हो पाता है। इसका भी ध्यान रखा गया है। फसल के बचाने व नुकसान करने वाले मित्र व शत्रु दो प्रकार के कीट होते हैं। शत्रु कीटों के आक्रमण से फसल को बचाने की तकनीकी की भी जानकारी दी जाएगी। वहीं, मित्र कीटों को उत्प्रेरित करने की प्रक्रिया की ट्रेनिंग मिलेगी।
पौधा संरक्षण विभाग, निदेशक, गोपाल शरण प्रसाद ने बताया कि
'सप्ताह में एक दिन पाठशाला के लिए निर्धारित है। 14 सप्ताह तक चलेगा। इसके लिए प्रखंडों का भी चयन होना अभी बाकी है। जल्दी ही पाठशाला शुरू होने की सारी प्रक्रिया शुरू होगी।