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सस्ते में गेहूं बेचने को किसान मजबूर

मुजफ्फरपुर। जिले में भले ही सरकारी गेहूं क्रय केंद्र सक्रिय नहीं हैं, लेकिन पंजाब व हरियाणा के अनाज

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 May 2018 10:35 AM (IST)Updated: Mon, 14 May 2018 10:35 AM (IST)
सस्ते में गेहूं बेचने को किसान मजबूर
सस्ते में गेहूं बेचने को किसान मजबूर

मुजफ्फरपुर। जिले में भले ही सरकारी गेहूं क्रय केंद्र सक्रिय नहीं हैं, लेकिन पंजाब व हरियाणा के अनाज व्यापारियों के बिचौलिए यहां के गांवों में सस्ते दाम पर खरीदारी कर रहे हैं।

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स्थिति यह है कि सरकारी दर 1735 रुपये प्रति क्िवटल है। जबकि, किसानों को 1300 से 1400 रुपये प्रति क्िवटल में बेचना पड़ रहा है। घाटे में अपनी उपज को बेचने से किसानों में प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर आक्रोश भी है।

सरकार के दिशा निर्देश के मुताबिक जिले में 5 अप्रैल से किसानों से गेहूं खरीद शुरू होनी चाहिए थी। लेकिन, स्थिति यह है कि किसी प्रखंड में अभी तक गेहूं क्रय शुरू नहीं हो पाया है। अभी गेहूं खरीद संबंधी तैयारियां ही चल रही हैं। इसके तहत सहकारिता विभाग द्वारा जिले के सभी 16 प्रखंड में क्रय केंद्रों की सूची जारी की है। गेहूं खरीद के लिए प्रखंड मुख्यालयों में स्थित व्यापार मंडलों में क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जहां किसानों द्वारा गेहूं की बिक्री की जानी है।

किसान कहते हैं

मुरौल के किसान रामनवमी ठाकुर ने बताया कि दूसरे राज्यों के अनाज माफियाओं के प्रतिनिधि यहां किसानों से मोल भाव कर गेहूं खरीदते हैं। शत्रुघ्न राय ने कहा कि फसल तैयार होने के बाद उसे बेचना हमारी मजबूरी हो जाती है। समय पर गेहूं खरीद न होने से उपज के लाभ से वंचित रह जाते हैं। त्रिभुवन चौधरी ने कहा कि यह प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल है कि उन्हें गेहूं के समर्थन मूल्य के बजाए 1400 रुपये क्िवटल पर गेहूं बेचना पड़ा है। मीनापुर निवासी मथुरा चौधरी ने कहा कि लगन का समय है। पैसे की जरूरत है। किसान की पूंजी तो उपज ही होती है। इसे बेचकर ही अपना खर्च चलाएंगे।

बंदरा के बड़े किसान लक्ष्मी सिंह का कहना है कि धान का बिचड़ा तैयार करना है। तभी तो आगे की खेती हो पाएगी। अभी कितना और दिन सरकारी क्रय केंद्रों के सक्रिय होने में लगेगा। इसे कहना मुश्किल होगा।

गेहूं खरीद की मौजूदा स्थिति पर प्रभारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी जावेद अहसन ने कहा कि तत्काल इस बाबत कुछ कह नहीं सकते हैं। सोमवार को ही कार्यालय में विभागीय रिपोर्ट देखकर बता पाएंगे। उनकी बात सच है। क्योंकि, तीन दिन पूर्व प्रभारी जिला आपूर्ति पद पर जिला पंचायत पदाधिकारी नरेंद्र कुमार से चार्ज लिया है।

'प्रशासनिक स्तर पर गेहूं खरीद में सुस्ती के कारण बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन को प्रखंड वार खरीद का लक्ष्य निर्धारित कर क्रय शुरू कर देना चाहिए। '

वीरेंद्र राय

अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन

मुजफ्फरपुर ये हैं क्रय केंद्र

प्रखंड केंद्र का नाम

कांटी -गोदाई फुलकाहां पैक्स

मड़वन -पकड़ी पकोही पैक्स

कुढ़नी -मोहम्मद मोबारक पैक्स

सरैया -बहिलवारा रूपनाथ दक्षिणी पैक्स

मोतीपुर -हरपुर पैक्स

पारू -कोइरिया निजामत पैक्स

साहेबगंज -व्यापार मंडल सहयोग समिति

मुशहरी -व्यापार मंडल सहयोग समिति

बोचहां -शर्फुद्दीपुर पैक्स

मीनापुर -महदेइया पैक्स

औराई- विशनपुर गोखुल पैक्स

कटरा -कटरा पैक्स

गायघाट - व्यापार मंडल सहयोग समिति

सकरा -दुबहां बुजुर्ग पैक्स

बंदरा -व्यापार मंडल

मुरौल- सादिकपुर मुरौल पैक्स


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