परिवार नियोजन में प्रमंडलीय अभियान में पिछड़ा मुजफ्फरपुर, नहीं पूरा हो रहा लक्ष्य
परिवार नियोजन सरकार की सबसे बड़ी योजना है। इस पर केंद्र से लेकर राज्य सरकार विशेष पहल कर रही है। कई अन्य जिलों की उपलब्धि अच्छी नहीं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जनसंख्या रोकने को लेकर प्रमंडलस्तरीय अभियान में मुजफ्फरपुर पिछड़ रहा है। बंध्याकरण ऑपरेशन से लेकर गर्भनिरोधक उपाय को लेकर गंभीरता नहीं है। प्रमंडलस्तरीय स्वास्थ्य समीक्षा में यह बात सामने आई है कि परिवार नियोजन में लक्ष्य को पूरा नहीं हो रहा है। एक अप्रैल 2018 से जनवरी 2019 तक कुल एक लाख 50 हजार एक सौ 30 महिलाओं का बंध्याकरण का लक्ष्य तय किया गया था। लक्ष्य के विपरीत छह जिलों में 61 हजार 81 महिलाओं का बंध्याकरण हुआ है।
क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ एके सिंह ने क्लब रोड स्थित होटल में क्षेत्रीय कार्यशाला में जिले से आई रिपोर्ट पर आपत्ति की। परिवार नियोजन पर कार्यशाला में सभी सिविल सर्जन को सुधार करने को कहा गया। डॉ. सिंह ने कहा कि परिवार नियोजन सरकार की सबसे बड़ी योजना है। इस पर केंद्र से लेकर राज्य सरकार विशेष पहल कर रही है। इसके बावजूद मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण जिलों में उपलब्धि अच्छी नहीं है।
किसी भी जिला में 80 फीसदी उपलब्धि नहीं है। ज्यादातर जिलों में 42 से 48 फीसदी ही उपलब्धि हुई है। अब वित्तीय साल के समापन में 15 दिनों में क्या होगा। उन्होंने कहा कि गर्भ निरोधक इंजेक्शन में बेहतर काम करे। महिलओं को इसके लिए प्रति जागरूक करे। सभी सीएस से परिवार नियोजन व अन्य मदों के भुगतान का बकाया नहीं रखने की हिदायत दी। कार्यशाला में चिकित्सक व नौ एएनएम व आशा को परिवार नियोजन में बेहतर काम करने पर सम्मानित किया गया।
यह बनी रणनीति
विभागीय स्तर पर कई रणनीति बनाई गई। इसमें परिवार नियोजन का लक्ष्य हर हाल में पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल तक पूरा करने, गर्भवती का प्रसव के सातवें दिन ऑपरेशन हो इसके लिए जागरूक करने, दो बच्चों के बीच में अंदर रखने से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी फायदा दंपत्ति को बताने व गर्भ निरोधक उपाय में इंजेक्शन का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग होना शामिल है।