टीसी की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा : जाली पत्र के साथ योगदान देने आए युवकों को देख अधिकारियों के उड़े होश
आइआरसीटीसी के पैड पर नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचे कई छात्र। डीसीआइ कार्यालय के कर्मियों के नियुक्त पत्र देखकर उड़े होड़, सभी को फर्जी कहकर भगाया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। रेलवे में टीसी की नियुक्त के मामले में फर्जीवाड़ा सामने आया है। शुक्रवार को जंक्शन पर कई छात्र टीसी के पद पर योगदान देने के लिए पहुंचे। सभी के पास आइआरसीटीसी के पैड पर योगदान का पत्र था। मुख्य वाणिज्य निरीक्षक कार्यालय के बारे में कई कर्मियों से पूछताछ की। कर्मियों ने उन्हें वहां तक पहुंचा। कार्यालय में डीसीआइ के बदले अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
छात्रों ने कर्मियों को पत्र थमा योगदान देने के बारे में पूछताछ की। कर्मचारी ने नियुक्त पत्र बारीकी से देखा तो होश उड़ गए। टीसी की बहाली कई सालों से नहीं हो रही है। छात्रों को फर्जी बहाली होने की जानकारी दी। थोड़ी देर बहस भी हुई। इसके बाद कार्यालय से बाहर जाने की हिदायत देकर भगा दिया। मोतिहारी के रहने वाले छात्रों ने कहा कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड के पैड पर टीसी का नियुक्ति पत्र है।
उसमें मुजफ्फरपुर जंक्शन पर नियुक्ति देने के बारे में लिखा है। 7 से 23 जनवरी तक अंतिम तिथि दी है। इसमें 21500 रुपये वेतन है। योगदान के बाद प्रशिक्षण में जाने को बताया था। पांच जनवरी को पत्र निर्गत है। अंतिम तिथि से पहले ही योगदान देने आ गए। स्टेशन मास्टर के पास गए तो वहां से डीसीआइ के पास भेजा गया। कर्मचारी ने पत्र देखने के बाद फर्जी की सूचना देकर भगा दिया।
इस बहाली के लिए राशि भी ली गई, लेकिन वह पहचान वाला है उसे पकड़ा जाएगा। आइआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया पैड का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। जिसके पास पैड पहुंच रहा है वे कानूनी कार्रवाई करें। सूचना मिलने पर विभाग भी कार्रवाई करता है।