Bihar Birth scam : 18 महिलाओं के नाम पर जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत की गई फर्जी निकासी
Bihar Birth scam 18 माह में पांच बार प्रसव कराने के मामले में सिविल सर्जन ने पीएचसी प्रभारी से मांगा 24 घंटे में जवाब। नहीं तो सख्त होगी कारवाई।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Bihar Birth scam : मुशहरी सीएचसी में जननी बाल सुरक्षा योजना में घोटाले की परत दर परत कलई खुलती जा रही है। छोटी कोठिया में 5 उम्रदराज महिलाओं के खाते में उक्त योजना की राशि 1 वर्ष में 5 बार से लेकर 8 बार तक भेजने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि बुधवार को रजवाड़ा भगवान पंचायत के रजवाड़ा व पीरमहमदपुर की डेढ़ दर्जन से अधिक महिलाओं के खाते में राशि डालने का मामला सामने आ गया।
लेखापाल पर प्राथमिकी
जांच में जो बात सामने आ रही है उसमें लेखापाल एवं सीएसपी संचालक के साथ प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की भूमिका भी जांच के घेरे में है। अभी तक डीएम द्वारा गठित जांच टीम ने छोटी कोठिया की 5 महिलाओं के फर्जी भुगतान की जांच व लेखापाल पर प्राथमिकी होने पर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। हालांकि टीम में शामिल आइटी मैनेजर ने इसमें स्वास्थ्य विभाग के जिलास्तरीय लोगों द्वारा संरक्षण दिए जाने की आशंका व्यक्त की थी।
बुधवार को टीम ने की जांच
रजवाड़ा पंचायत की जिन महिलाओं को जननी बाल सुरक्षा योजना की फर्जीवाड़ा कर राशि भुगतान की बात सामने आई है, उनमें से किसी का प्रसव 2018 से 2020 के बीच नहीं हुआ। ग्रामीणों की मानें तो अधिकांश का परिवार नियोजन का ऑॅपरेशन हो चुका है। इन सभी का भुगतान 2018 से 2020 के बीच एसबीआइ के सीएसपी से किया गया। इन 18 महिलाओं में 3 रजवाड़ा की व 15 पीरमहमदपुर की हैं। इन महिलाओं का बैंक खाता भी एसबीआइ के सीएसपी शाखा नांहुचक,जो छोटी कोठिया में चलता है, में है।
इन महिलाओं के नाम पर हुआ फर्जी भुगतान
मीरा देवी-3 बार, जानकी देवी-5 बार, सुनीता देवी-6 बार, अनिता देवी-5 बार, आरती देवी-4 बार, लखिया देवी-3 बार, माला देवी-5 बार, शीला देवी-4 बार, सुशीला देवी-2 बार, बेबी देवी-6 बार, रेणु देवी-5 बार, नीलम देवी-5 बार, तिलिया देवी-6 बार।
लेखापाल के कमरे का तोड़ा गया ताला
सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उपेंद्र चौधरी व प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कुमार रामकृष्ण ने बताया कि एसडीओ पूर्वी के आदेश पर बीसीओ माजिद अंसारी की उपस्थिति मेंं लेखापाल के कार्यालय का ताला तोड़कर इन्वेंंट्री चार्ज हुआ है। तत्काल मो. जावेद को अभिलेख का कैस्टरोडियन बनाया गया है। डीएम द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी एक वर्ष की इस योजना से भेजी गई राशि व प्रसव के ब्यौरा के सभी अभिलेखों की जांच करेगी। कमेटी में वरीय उपसमाहर्ता प्रीति ङ्क्षसह, सीडीपीओ मंजू कुमारी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उपेंद्र चौधरी शामिल हंै। इस बारे में सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने कहा कि सीएचसी प्रभारी, प्रबंधक व लेखापाल से दो दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। अगर समय पर जवाब नहीं आएगा तो सबके खिलाफ सख्त एक्शन हो्गा। तत्काल वहां दो दिन के अंदर एक लेखापाल को भेजा जाएगा।