एसकेएमसीएच में नहीं लगी एमआरआइ मशीन, पीजी छात्रों की डिग्री पर संकट
उच्च न्यायालय के संज्ञान पर भी नहीं पड़ा कोई प्रभाव फरवरी तक एमआरआइ मशीन लगवाने का कोर्ट को प्राचार्य ने दिया था शपथ पत्र।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच में फरवरी गुजर जाने के बाद भी एमआरआइ मशीन नही लगाई जा सकी। इससे पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) छात्रों के भविष्य पर संकट उत्पन्न हो गया है। यहां अध्ययनरत छात्रों को एमसीआइ से इसके कारण डिग्री की मान्यता नहीं मिलेगी। इससे संबंधित दर्जनभर छात्रों की चिंता बढ़ गई है। वहीं, इनकी आगे की पढ़ाई बाधित है। विगत वर्ष पीजी कर रहे एक छात्र ने एमआरआइ मशीन लगवाने के लिए उच्च न्यायालय से गुहार लगाई थी।
इसपर उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए प्राचार्य डॉ. विकास कुमार से इस संबंध में पूछा था। प्राचार्य ने उच्च न्यायालय को फरवरी के दूसरे सप्ताह तक एमआरआइ मशीन लगवाने की बात कही थी। हालांकि अब तक यह मशीन नही लगने से छात्रों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। वहीं, जरूरतमंद मरीज भी इस सेवा से वंचित हो रहे हैं। मालूम हो कि एसकेएमसीएच में एमआरआइ मशीन नहीं होने पर निरीक्षण के दौरान एमसीआइ आपत्ति जताती है। साथ ही पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) कर रहे छात्रों की डिग्री पर भी मान्यता नही देने की बात कही है।
चिंतित छात्रों ने कई बार प्राचार्य से गुहार भी लगाई। इसके अभाव में पूर्व में भी उच्च न्यायालय ने पीजी छात्रों के पठन-पाठन पर रोक लगाते हुए नामांकन नहीं लेने का आदेश दिया था। इस पर प्राचार्य ने न्यायालय में शपथ पत्र देते हुए इसे फरवरी तक लगवाने को कहा था। इधर, एमसीआइ का निरीक्षण कभी भी होने की संभावना है। एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने कहा कि सरकार को इस संबंध में पत्र लिखा जाएगा। जल्द ही मशीन लगाई जाएगी। इसके लिए पूर्व में भी पत्राचार किया जा चुका है।