Cyber fraud: आइसीडीएस डीपीओ व मुशहरी थानाध्यक्ष की Facebook आइडी हैक, इनके नाम पर रुपये मांग रहा शातिर
मुजफ्फरपुर के मुशहरी थानाध्यक्ष और आइसीडीएस डीपीओ का शातिरों ने फेसबुक अकाउंट किया हैक। थानाध्यक्ष के नाम पर 15 हजार तो डीपीओ के लिए मांग रहा पांच हजार रुपये।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। साइबर फ्रॉड गिरोह के शातिरों ने आइसीडीएस की जिला प्रोग्राम अधिकारी (डीपीओ) ललिता कुमारी एवं मुशहरी थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार की फेसबुक अकाउंट हैक करने का मामला सामने आया है। उनके आइडी का इस्तेमाल करके शातिर पैसे की मांग कर रहा है। थानाध्यक्ष के नाम पर 15 हजार तो डीपीओ के लिए पांच हजार रुपये की मांग की गई है।
अस्पताल में इमरजेंसी बता मांग रहा रुपये
उक्त आइडी के माध्यम से दोनों के परिचित को फेसबुक मैसेंजर पर मैसेज भेजा गया है। इसमें अस्पताल की इमरजेंसी बताते हुए रुपये की मांग की गई है। उक्त राशि एक दिन बाद लौटाने को कहा गया है। बुधवार को यह मामला सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगा। मामला मुशहरी थानाध्यक्ष के संज्ञान में पहुंचा। इस संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि जांच शुरू कर दी गई है। साइबर एक्सपर्ट से सहयोग लिया जा रहा है। आइडी किसने हैक किया। इसका शीघ्र पता लग जाएगा।
मुशहरी थाना के नाम से अकाउंट, थानाध्यक्ष की लगी है तस्वीर
फेसबुक पर मुशहरी थाना के नाम से अकाउंट है। जिसे पूर्व में थानाध्यक्ष द्वारा बनाया गया था। इसमें वर्तमान थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार की तस्वीर लगी है। इससे बुधवार को उनके एक परिचित को मैसेज भेजा गया। 15 हजार रुपये अविलंब खाता पर भेजने को कहा। रामसेवक नाम के व्यक्ति के खाता संख्या को रुपये भेजने के लिए दिया गया। परिचित को संदेह हुआ तो उन्होंने थानाध्यक्ष को कॉल कर पूछा। तब सच्चाई सामने आ गई। इसके बाद भी फ्रॉड से उनसे काफी चैटिंग की।
ऑनलाइन ट्रांसफर करने को कहा
उसी शातिर ने डीपीओ के एक परिचित को मैसेज भेजा। पूछा कहां पर हो। परिचित ने कहा कि पटना में। डीपीओ की तरफ से मैसेज किया गया- इमरजेंसी है जल्दी से पांच हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करो। अस्पताल में इमरजेंसी है। परिचित को शक हुआ तो उसने रुपये ट्रांसफर नहीं किए। इधर, आइसीडीएस की डीपीओ ने कहा कि उनके फेसबुक एकाउंट को हैक किया गया है। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।