बीआरएबीयू में जुलाई में होंगी परीक्षाएं, तैयारी शुरू
राजभवन की ओर से जुलाई में परीक्षाएं कराने का आदेश मिलने के बाद बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में तैयारियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा रजिस्ट्रेशन और अन्य विभाग के कर्मचारियों के साथ बैठक की।
मुजफ्फरपुर। राजभवन की ओर से जुलाई में परीक्षाएं कराने का आदेश मिलने के बाद बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में तैयारियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा, रजिस्ट्रेशन और अन्य विभाग के कर्मचारियों के साथ बैठक की। इसमें सभी से कार्यों का फीडबैक लिया। साथ ही आगे परीक्षा की तैयारी और आयोजन को लेकर चर्चा की। बताया कि स्नातक, पीजी, एलएलबी, बीएचएमएस और बीएड कोर्स की स्थिति की भी जानकारी ली गई। इस क्रम में पता चला कि अधिकतर कॉलेजों से रजिस्ट्रेशन फॉर्म विवि पहुंच गए हैं। लेकिन, अभी कुछ कॉलेजों से फॉर्म आने शेष हैं। इसको लेकर डीआर-वन से रिपोर्ट मांगी गई है। संबंधित कॉलेजों को शीघ्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म जमा कराने का आदेश दिया गया है। नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने बताया कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में प्रैक्टिकल की परीक्षा शुरू हो जाएगी। साथ ही पार्ट थ्री का परीक्षा फॉर्म भी साथ-साथ भरा जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। कर्मचारियों को कहा गया है कि संबंधित कोर्स की क्या स्थिति है उसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराए।
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में तय होगा सिलेबस और प्रारूप : परीक्षा का प्रारूप क्या होगा और सिलेबस में बदलाव को लेकर इसी महीने एकेडमिक काउंसिल व परीक्षा विभाग की बैठक बुलाई जाएगी। उसमें चर्चा के बाद परीक्षा के समय में बदलाव, प्रश्नों के पैटर्न और सिलेबस आदि मुद्दों पर चर्चा के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। परीक्षा की तैयारियों को लेकर कर्मचारियों के साथ लगातार चर्चा होगी।
सभी विवि में एक साथ परीक्षा कराने को बनेगी कमेटी : राजभवन की ओर से अगले वर्ष से सभी विश्वविद्यालयों में एक साथ परीक्षा का आयोजन कराने को लेकर एक कमेटी का गठन किया जाएगा। स्नातक, पीजी सहित सभी वोकेशनल कोर्स में भी नामांकन की प्रक्रिया एक साथ शुरू होगी और परीक्षा का आयोजन भी साथ होगा। तीन कुलपतियों की एक कमेटी इस पर कार्य करेगी। गुरुवार को राज्यपाल सह कुलाधिपति ने इसको लेकर विवि के अधिकारियों के साथ वीसी के दौरान चर्चा की थी। कहा गया है कि बीआरएबीयू समेत कई विश्वविद्यालय का सत्र पटरी से उतर चुका है। ऐसे में इसे समय पर करने के लिए राजभवन की ओर से यह प्रयोग किया जा रहा है। इसको लेकर एकेडमिक कैलेंडर बनाने पर भी राजभवन जल्द ही कार्य शुरू करेगा।