जल्दबाजी में छापे गए पीजी सेकेंड सेमेस्टर के प्रश्नपत्र, त्रुटियों की भरमार
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने ऐसा भी प्रश्नपत्र प्रिंट करवा कर मंगवा लिया, जिसमें लघु उत्तरीय प्रश्न तो थे, मगर दीर्घ उत्तरीय नदारद थे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा के प्रश्नपत्रों में त्रुटियों की भरमार देखने को मिल रही है। छपाई में गड़बड़ी का खामियाजा परीक्षार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। जबकि, विश्वविद्यालय प्रशासन हर बार बेफिक्री के आलम में रहता है। ताजा उदाहरण रविवार को देखने को मिला जब छात्रों प्रश्नपत्रों में त्रुटियों की शिकायत लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। इसपर प्रश्नपत्र में हुई गड़बड़ियों के लिए प्रिंटिंग प्रेस की लापरवाही करार देकर वीक्षकों ने पल्ला झाड़ लिया। पीजी सेकेंड सेमेस्टर 2016-18 सत्र के विद्यार्थियों के सातवें पेपर में इतिहास, राजनीति विज्ञान, अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी।
परीक्षा भवन में चकरा गए परीक्षार्थी
एलएस कॉलेज के छात्र ठाकुर प्रिंस, आरएन कॉलेज हाजीपुर की स्वाति, एमएस कॉलेज मोतिहारी के महेश प्रश्नपत्र मिलते ही चकरा गए। प्रश्नपत्र देखकर लगा कि जल्दबाजी में छापा गया हो। उसमें त्रुटियों की भरमार थी। नौ लघु उत्तरीय व पांच-छह दीर्घउत्तरीय प्रश्न पूछे गए थे। उसमें कहीं अंकित नहीं था कि कितने प्रश्नों के उत्तर देने हैं। ठाकुर प्रिंस ने कहा कि मुझको जो प्रश्नपत्र मिले उसमें दीर्घउत्तरीय प्रश्न थे ही नहीं। यह देखकर मैं असमंजस में पड़ गया। वीक्षक से शिकायत करने पर उन्होंने कहा-अरे! आपको यहीं वाला मिल गया। बदलकर दूसरा दिए। दूसरे प्रश्नपत्र में नियम-निर्देश का जिक्र ही नहीं था। उससे ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी।
हल्ला होने पर बदला गया प्रश्नपत्र
विश्वविद्यालय ऐसा भी प्रश्नपत्र प्रिंट करवा कर मंगवा लिया जिसमें लघु उत्तरीय प्रश्न तो था, मगर दीर्घ उत्तरीय प्रश्न नदारद था। हल्ला होने पर क्वेश्चन पेपर बदला गया। चूंकि विद्यार्थियों को पूर्व से पता होता है कि लघु व दीर्घ प्रश्न में कितने प्रश्नों के उत्तर देने हैं तो काम चल गया। इस बात को लेकर छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय के परीक्षा केंद्र पर अपनी नाराजगी जाहिर की। कहा कि यह विश्वविद्यालय की नाकामी है। प्रश्न सही से छपाई नहीं हो रही है। रविवार को परीक्षा आयोजित करने का सिस्टम बना दिया जा रह है। राजभवन में अपनी छवि बनाने के लिए कि देखो हमने सेशन पकड़ लिया और इस चक्कर में विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।