उद्यमियों ने की बिजली के टैरिफ में एकरूपता की मांग
उद्यमियों ने राज्य कैबिनेट के लॉकडाउन काल में औद्योगिक और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज माफ करने के फैसले को स्वागतयोग्य बताया है।
मुजफ्फरपुर। उद्यमियों ने राज्य कैबिनेट के लॉकडाउन काल में औद्योगिक और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज माफ करने के फैसले को स्वागतयोग्य बताया है। लेकिन बिजली बिल के टैरिफ में एकरूपता नहीं होने पर असंतोष है। कभी अधिक लोड के नाम पर तो कभी अन्य चार्ज के नाम पर हो रही बिजली बिल वसूली से औद्योगिक या आम उपभोक्ताओं में भारी क्षोभ है। इंडस्ट्रीज क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता पंकज कुमार के अनुसार, सरकार ने लॉकडाउन समय के मात्र दो महीने अप्रैल और मई का ही बिजली का फिक्स चार्ज माफ किया है। बिजली कंपनी को सरकार ने डेढ़ सौ करोड़ रुपये बिजली कंपनी को दिया है। अप्रैल और मई महीने के जिन औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्र से जुड़े उपभोक्ताओं ने विभाग को पेमेंट कर दिया है, उनका पैसा वापस हो जाएगा। जिन्होंने पैसा नहीं जमा किया है, वे फिक्स चार्ज छोड़ कर बिजली बिल जमा कर सकते हैं। टैरिफ में एकरूपता नहीं होने के मामले में बताया कि बिना सरकार के फैसले का संभव नहीं।
उद्यमी व लघु उद्योग भारती के निवर्तमान अध्यक्ष श्याम सुंदर भीमसेरिया ने बिजली उपभोक्ताओं से फिक्स चार्ज नहीं लिए जाने को स्वागत योग्य बताया। हमलोगों का प्रयास सफल हुआ, किन्तु हमारा और हमारे संगठन लघु उद्योग भारती का मानना है कि उपभोक्ता जितनी बिजली खर्च करते हैं उतने का ही बिजली का चार्ज लिया जाए। फिक्स चार्ज के रूप मे किसी प्रकार का चार्ज लेना ज्यादती है। उन्होंने सरकार से हमेशा के लिए फिक्स चार्ज समाप्त करने की मांग की है। इससे उपभोक्ताओं को काफी राहत होगी।