मिठनसराय टेनी बांध के निरीक्षण को पहुंचे अभियंता, बाढ़ की तबाही से बचाव की जगी उम्मीद
मिठनसराय टेनी बांध को बांधने की रणनीति बनाने बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण विभाग की टीम विषहर स्थान पर पहुंची।
मुजफ्फरपुर : मिठनसराय टेनी बांध को बांधने की रणनीति बनाने बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण विभाग की टीम विषहर स्थान पर पहुंची। वहां की हालत को देखा और टीम ने वहां की तस्वीर संग्रह की।
बाढ़ से होने वाले खतरे पर आधारित दैनिक जागरण ने 11 जून 2021 के अंक में मिठनसराय टेनी बांध पर नहीं हो सका बाढ़ से बचाव का काम, तीस हजार की आबादी पर मंडरा रहा विस्थापन का खतरा प्रकाशित किया। इस खबर के प्रकाशित होने के बाद बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्तरण विभाग के अधीक्षण अभियंता ई.राजीव कुमार चौरसिया ने अभियंताओं को बुलाया। वहां की समस्याओं पर चर्चा की। अधीक्षक अभियंता ने सहायक अभियंता ई.विजय कुमार प्रिस, सहायक अभियंता ई.बेचन झा व कनीय अभियंता ई.सुनील कुमार की टीम गठित की। टीम को स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। कोल्हुआ पैगंबरपुर मिठनसराय, माधोपुर विकास समिति के संयोजक अधिवक्ता अरुण पांडेय, समाजिक कार्यकर्ता अमोद चौबे, ग्रामीण दिलीप राम, लक्ष्मण सहनी, गुडडू सहनी ने कहा कि बाड़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण विभाग की सक्रियता से अब बाढ़ से बचाव की उम्मीद जगी है।
बोले अधीक्षण अभियंता
अधीक्षण अभियंता ई.चौरसिया ने कहा कि टीम की रिपोर्ट आने के बाद अगला कदम उठाया जाएगा। टेनी बांध की मुख्यधारा से पानी निकलकर वहां तबाही करती है। उसे बांधने की कोशिश होगी।
ग्रामीणों ने टीम को दिए सुझाव
- बाढ़ से पहले मिठनसराय के पास विषहर स्थान के सामने संगम घाट के अधूरे बांध से 150 से 200 फीट बांधकर तत्काल उपधारा बनने से रोका जाए
-- बाढ़ से स्थायी निदान के लिए संगम घाट के पास बूढ़ी गंडक नदी का बांध कई साल से अधूरा रह गया है। उसे संगम घाट से लस्करीपुर तक यानी तीन से चार किमी तक बांधने की योजना बने। उसपर विभाग भविष्य में करे काम।