पैक्सों ने किया चावल घोटाला, 16 पर गबन का केस दर्ज Muzaffarpur News
वर्ष 2012-13 से 2019 -20 तक जिला सहकारिता विभाग ने 26 पैक्सों पर कार्रवाई के लिए बनाई है सूची। 26 पैक्सों ने 1.57 करोड़ रुपये का चावल बीएसएफसी में नहीं किया जमा ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अभी प्रमादी मिलरों पर धान गबन की कार्रवाई चल ही रहा है कि पैक्सों द्वारा चावल घोटाले का मामला उजागर हुआ है। जिला सहकारिता विभाग ने धान के बदले 1.57 करोड़ रुपये का चावल न देने वाले 26 पैक्सों को सूचीबद्ध किया है। इनमें 16 के विरुद्ध गबन का केस दर्ज कराया है। ये सभी मामले 2012-13 से 2018-19 तक के हैं।
सरकार द्वारा पैक्सों को धान खरीदने के लिए बैंकों के माध्यम से पैसा देती है। ये पैसा उन पैक्सों को दिया जाता है, जो नियम के दायरे में आते हैं। इन सभी 26 पैक्सों का ऑडिट हुआ है। जिले में 350 पैक्स हैं जिसमें 26 को विभिन्न वर्षों में धान दिया गया था।
चावल घोटाला की शुरुआत 2012 - 13 से हुई है, जिस साल से प्रमादी मिलरों का मामला उजागर हुआ था। इसके बाद से प्रत्येक साल पैक्सों के स्तर पर होता चला गया। चावल देने के समय संबंधित पैक्स कारोबार बंद कर गायब हो जाते रहे हैं। वर्ष 2014 - 15, 2015 - 16, 2016 -17, 2017 - 18, 2018 - 19 तक कुल 26 पैक्सों ने चावल देने में गड़बड़ी की। इस दौरान सरकार के खजाने में 1.53 करोड़ रुपये जमा नहीं किए गए।
इन पर हुआ केस दर्ज
मगुराहां ताजपुर, बरियारपुर दक्षिणी, पकड़ी, मोतीपुर नगर पंचायत, सोनपुर कराई, वाया जगदीश, पंधेह, चहुंआ, महंथ मनियारी, मनिक विशुनपुर चांद, सफीर्फुरद्दीन पुर, महेशवारा, सहिलाबल्ली, अतरार, जनारजीवाजोर बेनीपुर।
चार पैक्स ऐसे हैं जिन्हें कोर्ट से सशर्त जमानत मिली हुई है। लेकिन इन्होंने छूटने के बाद भी अभी तक रकम जमा नहीं की है। इनपर जमानत की शर्तों के उल्लंघन का मामला दर्ज होगा। इस बाबत जिला सहकारिता पदाधिकारी ललन कुमार शर्मा ने बताया कि अब 10 और पैक्सों पर केस दर्ज किया जाएगा। सभी पैक्सों से गबन की गई राशि वसूले जाने की कार्रवाई होगी।