उत्तर बिहार में बाढ़ का कहर जारी, डूबने से ग्यारह की मौत Muzaffarpur News
समस्तीपुर -दरभंगा रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप। पश्चिम चंपारण में पानी घटने के बाद भी कई स्थानों पर सड़क संपर्क। शिवहर सीतामढ़ी मधुबनी और मुजफ्फरपुर में नदियां रहीं स्थिर।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। उत्तर बिहार में रविवार को भी बाढ़ का कहर जारी रहा। कई क्षेत्रों में पानी घटने के बाद भी परेशानी बनी रही। दरभंगा के हायाघाट में रेल पुल पास बागमती नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इस कारण समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है। पश्चिम चंपारण में कई गांवों का सड़क संपर्क अब भी भंग है। पूर्वी चंपारण के कई प्रखंडों में स्थिति गंभीर है। शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में नदियां शांत रहीं। बाढ़ के पानी में डूबने से 11 लोगों के मरने की खबर है। इनमें पश्चिम चंपारण के एक, पूर्वी चंपारण के छह और शिवहर के चार लोग शामिल हैं।
पश्चिम चंपारण में गंडक और पहाड़ी नदियों के जलस्तर में कमी आई है। गंडक में 96 हजार पानी डिस्चार्ज किया गया है। पानी घटने के बाद नदियों का कटाव शुरू हो गया है। रामनगर प्रखंड के दोन के 22 गावों का सड़क संपर्क पाचवें दिन भी बाधित रहा। नरकटियागंज-रामनगर मुख्य पथ पर पानी बहने के कारण आवागमन में परेशानी हो रही है। मझौलिया थाना क्षेत्र के सुराही टोला गांव निवासी मोतिउर रहमान की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हो गई। वह दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर होस्ट ब्वाय था। गौनाहा थाना क्षेत्र में मनियारी नदी के कटाव से बजड़ा गांव दो भागों में बंट गया है।
पूर्वी चंपारण जिले के बंजरिया, सुगौली और पताही प्रखंड के कई गांवों का सड़क संपर्क भंग है। सिकरहना खतरे के निशान के आसपास बह रही है। सुगौली में टूटे तटबंधों की मरम्मत नहीं होने से नए इलाकों में पानी फैल गया है। स्कूलों में पानी प्रवेश करने से पढ़ाई बाधित है। बाढ़ व बरसात के पानी में डूबने से छह लोगों की मौत हो गई। मधुबनी जिले में नदियां शांत रहीं। बेनीपट्टी में पानी उतरने के बाद घरों का गिरना शुरू हो गया है। कई परिवार बांधों पर शरण लिए हैं।
समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर हायाघाट के पास रेल पुल के पास बागमती नदी का पानी खतरे के निशान को पार कर गया है। इसको लेकर इस रेलखंड पर सुबह से सात ट्रेनों का परिचालन रद कर दिया गया है। लंबी दूर की ट्रेनें सरयुग यमुना, बिहार संपर्क क्रांति, पवन एक्सप्रेस आदि का परिचालन सीतामढ़ी से कराया जा रहा है। समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि हायाघाट रेल पुल संख्या 16 के गार्टर से पानी छू जाने के कारण परिचालन बंद किया गया है।
सीतामढ़ी जिले में अठारह दिन बाद बागमती और अधवारा समूह की नदियों का पानी स्थिर हो गया। लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि, अब भी कई स्थानों पर बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सोनबरसा, सुप्पी, बोखड़ा और रुन्नीसैदपुर के दर्जनों गांव, सीतामढ़ी शहर के कई मोहल्ले अब भी बाढ़ की गिरफ्त में हैं। सीतामढ़ी जिले का पूर्वी चंपारण, मधुबनी, शिवहर तथा नेपाल से भी सड़क संपर्क भंग हैं। शिवहर जिले में बागमती के जलस्तर में निरंतर गिरावट हो रही है। बाढ़ के पानी में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई।
दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित सिंहवाड़ा, हनुमाननगर, बहादुरपुर और दरभंगा सदर के इलाके में स्थिति विकट बनी है। नदियों के जलस्तर में आंशिक वृद्धि हुई। निगम क्षेत्र में बागमती, जीवछ व कमला बलान के जलस्तर में कमी आई है। बेनीपुर प्रखंड में जीवछ व कमला के पानी का दबाव बलनी, कन्हौली, महिनाम के तटबंधों पर बढ़ा है।
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