ग्राहकों के विश्वास के बूते मंदी से उबर रहा इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार
कोरोना संक्रमण ने व्यवसाय जगत को झकझोर दिया है। इसकी मार से कारोबारियों का बुरा हाल है। इलेक्ट्रॉनिक्स के कारोबार में करोड़ों रुपये की क्षति ने व्यवसायियों की कमर तोड़ दी है। जैसे-जैसे हालात सामान्य हो रहे ग्राहकों के विश्वास से कारोबार मंदी की मार से उबर रहा है।
मुजफ्फरपुर। कोरोना संक्रमण ने व्यवसाय जगत को झकझोर दिया है। इसकी मार से कारोबारियों का बुरा हाल है। इलेक्ट्रॉनिक्स के कारोबार में करोड़ों रुपये की क्षति ने व्यवसायियों की कमर तोड़ दी है। लेकिन, जैसे-जैसे हालात सामान्य हो रहे ग्राहकों के विश्वास से कारोबार मंदी की मार से उबर रहा है। शहर के आमगोला स्थित आर्यन इलेक्ट्रॉनिक्स के संस्थापक संजय कुमार ¨सघानिया एंड सागर ¨सघानिया बताते हैं कि पिछले छह महीने में करीब 20 लाख से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि उस विषम परिस्थिति में भी ग्राहकों का सहयोग मिलता रहा। पहले से कराई गई बु¨कग तो ग्राहकों को दी गई। साथ ही फोन पर 40 से 50 ग्राहकों ने इलेक्ट्रॉनिक्स के विभिन्न सामान की बु¨कग कराई। उन्हें होम डिलीवरी की गई। इस अवधि में सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा, क्योंकि शादी और गर्मी का सीजन शुरू हो रहा था। उसको देखते हुए उपकरणों का स्टॉक किया गया था। अचानक लॉकडाउन से सारा माल पड़ा रह गया। स्थिति यह हो गई कि दुकान का किराया, बिजली बिल व कर्मियों का वेतन भी घर से देना पड़ा। हालांकि इस अवधि के बाद से डिजिटल लेनदेन में काफी वृद्धि हुई है। 60 फीसद ग्राहक डिजिटल पेमेंट ही कर रहे हैं। सोशल मीडिया से ग्राहकों को जोड़े रखा : संजय बताते हैं कि उस समय में बार-बार दुकान खोलने के समय में भी बदलाव किया जा रहा था। इससे परेशानी हो रही थी। लेकिन, सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों को दुकान खुलने व बंद होने की जानकारी दी जाती रही। इससे ग्राहकों को जोड़े रखा गया। ग्राहक तय समय में ही दुकान पर आते और सामान की खरीदारी कर पाते। हालांकि इस अवधि में एक-दो ग्राहक ही दुकान पर आ रहे थे। ग्राहकों की सुरक्षा का रखा ख्याल : संक्रमण से बचाव को ग्राहकों की सुरक्षा सबसे जरूरी थी। ऐसे में मास्क लगाकर ही सभी कर्मी रहते थे। ग्राहकों को भी मास्क लगाकर ही प्रवेश दिया जाता था। जो ग्राहक मास्क लगाकर नहीं आते उन्हें प्रवेश के पहले मास्क दिया जाता था। दुकान खुलने के साथ ही सभी सामान व काउंटर समेत कुर्सियों को सैनिटाइज किया जाता था। गेट से लेकर दुकान में कई जगहों पर प्रशासनिक दिशानिर्देशों को लगाया। ग्राहक खुद भी काफी जागरूक थे। नुकसान से उबरने में लग जाएंगे छह-सात महीने : संजय कुमार ¨सघानिया बताते हैं कि पिछले नौ वर्षों से वे इस व्यवसाय में हैं। लेकिन, मंदी की ऐसी मार कभी नहीं पड़ी न उन्होंने अपनी 55 वर्ष की आयु में ऐसी विषम परिस्थिति देखी। अब ग्राहकों ने भरोसा दिलाया है। उसी के दम पर बाजार के अनुसार उपकरणों को मंगाए जा रहे हैं। इसके बाद भी इस मंदी की मार से हुए नुकसान की भारपाई में छह-सात महीने लग जाएंगे। ग्राहकों ने लॉकडाउन अवधि में काफी सहयोग किया। लॉकडाउन से पहले दिए गए ऑडर्र को लिया और भुगतान भी किया। फोन पर भी कुछ ऑर्डर आए। इससे कुछ राहत मिली। अब नए लुक में आने लगे प्रोडक्ट, ऑफर भी : संजय कुमार ¨सघानिया ने कहा कि लॉकडाउन के बाद से नया माल आ रहा है। उसकी डिजाइन में भी अंतर है। अब फ्रिज पर नई व आकर्षक डिजाइन दिख रही है। साथ ही कुछ सामान पर बंपर छूट भी कंपनी की ओर से दी जा रही है। पैनासोनिक के किसी भी सामान की खरीदारी पर सीकिट दी जा रही है। ये एक डिवाइस है जो मोबाइल या किसी महत्वपूर्ण सामान के साथ लगा देने पर अगर वह कहीं गुम हो जाए तो उसे आसानी से खोजा जा सकता है। ग्राहक हुए जागरूक, डिजिटल पेंमेंट बढ़ा :अब दुकान पर आने वाले 60 फीसद या इससे अधिक ग्राहक ऑनलाइन ही भुगतान कर रहे हैं। उनमें जागरूकता बढ़ी है। उनको डिजिटल पेमेंट के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। इससे ग्राहक भी एटीएम में कतार लगाने से बच रहे हैं। ग्राहकों को ईएमआइ पर भी सामान दिया जा रहा है। क्रेडिट कार्ड से भी सुविधा दी जा रही है। मांग के अनुरूप सामान की उपलब्धता नहीं : दीपावली समेत इस त्योहारी सीजन को देखते हुए कम से लेकर अधिक रेंज के सामान की डिमांड बढ़ रही है। लेकिन, मांग के अनुसार सामान की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। सौ सामान की मांग करने पर 10 ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसका कारण यह भी है कि दूसरे प्रदेशों में अभी एजेंसियां बंद हैं। इससे माल समय पर और पर्याप्त नहीं मिल पा रहा है।