समस्तीपुर के पूसा कृषि विवि में आठ नए विषयों में होगी पढ़ाई, जानें विस्तृत विवरण
विवि ने एग्री वेयर हाउस मैनेजमेंट में ग्रेजुएट डिप्लोमा कृषि पर्यटन प्रबंधन एवं कृषि पत्रकारिता के अलावा सर्टिफिकेट कोर्स में फार्म मैकेनाइजेशन सीनियर सिटीजन सहायक टिशू कल्चर लाइव असिस्टेंट नर्सरी मैनेजमेंट सहायक और आर्टिफिशियल सहायक कोर्स की शुरुआत की है।
पूसा ( समस्तीपुर), पूर्णेंदु कुमार। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि, पूसा नई शिक्षा नीति के तहत तीन विषयों में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और पांच विषयों में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू कर रहा है। देश का यह पहला कृषि विवि होगा जहां इन विषयों की पढ़ाई होगी। इसके अध्ययन से रोजगार की संभावनाएं बनेंगी। विवि ने एग्री वेयर हाउस मैनेजमेंट में ग्रेजुएट डिप्लोमा, कृषि पर्यटन प्रबंधन एवं कृषि पत्रकारिता के अलावा सर्टिफिकेट कोर्स में फार्म मैकेनाइजेशन, सीनियर सिटीजन सहायक, टिशू कल्चर लाइव असिस्टेंट, नर्सरी मैनेजमेंट सहायक और आर्टिफिशियल सहायक कोर्स की शुरुआत की है। सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकन लेने के लिए आठवीं एवं दसवीं वाले छात्रों की उम्र सीमा 16 से 20 वर्ष रखी गई है। जबकि, 12वीं पास छात्रों के लिए 16 से 22 वर्ष की उम्र सीमा रखी गई है। छह महीने का यह कोर्स होगा। इसमें विषय से संबंधित जानकारी दी जाएगी।
एग्री वेयरहाउस मैनेजमेंट के लिए स्नातक, डिप्लोमा में नामांकन के लिए छात्रों को कृषि एवं उससे संबंधित विषय से स्नातक होने योग्यता रखी गई है। प्रतियोगिता के आधार पर चयनित छात्रों के लिए यह एक वर्ष का कोर्स होगा। इसका शुल्क 34880 रुपये प्रति सेमेस्टर रखा गया है। इसमें छात्र का बीमा भी कराया जाएगा।
कृषि पर्यटन प्रबंधन एवं कृषि पत्रकारिता में प्रवेश के लिए छात्रों को कला, जीव विज्ञान एवं प्रबंधन में स्नातक पास होना आवश्यक है। 25 वर्ष आयु वाले छात्र ही इसमें नामांकन करा सकते हैं। यह कोर्स भी एक वर्ष का होगा। इन दोनों विषयों में नामांकन प्रवेश प्रतियोगिता सो होगा। मीडिया हाउस और कृषि से संबंधित जानकारी देने में ऐसे छात्रों को चयनित किया जाएगा। इस पोस्टग्रेजुएट पाठ्यक्रम में छह महीने कोर्स वर्क और छह महीने जॉब ट्रेङ्क्षनग कराई जाएगी।
21 जून तक कर सकते आवेदन
इन सभी पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए 21 जून तक का समय तय है। आवेदन फॉर्म ऑनलाइन आरपीसीएयू की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इन सभी विषयों में प्रवेश परीक्षा भी ली जाएगी। कुलपति डॉ आरसी श्रीवास्तव ने कहा कि रोजगारोन्मुखी शिक्षा देने के उद्देश्य से नई शिक्षा नीति के तहत विवि ने इन पाव्यक्रमों की शुरूआत की है। इसके बेहतर परिणाम आने की संभावना है।