बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के समस्तीपुर आवास पर ED की टीम ने चस्पाया नोटिस, जानिए
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मनी लॉड्रिंग के मामले में ब्रजेश ठाकुर के समस्तीपुर आवास पर नोटिस चस्पाया। प्रोविजनल एटैचमेंट के निर्देश पर हुई कार्रवाई।
समस्तीपुर, जेएनएन। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मनी लॉड्रिंग के एक मामले में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के अमीरगंज स्थित मनोरमा लेन में मंगलवार को नोटिस चस्पाया। इस आवासीय परिसर में स्वयंसेवी संगठन आदर्श महिला शिल्प कला केंद्र का कार्यालय चलता था। मनोरमा लेन अवस्थित इस मकान को प्रवर्तन निदेशालय की नोटिस में आदर्श महिला शिल्प कला केन्द्र का कार्यालय बताया गया है। हालांकि इससे संबंधित कोई व्यक्ति वहां मौजूद नहीं है। फिलहाल, मकान किराए पर लगाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली के आदेश पर प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर का निर्देश मिला था। चस्पां किये गए नोटिस पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट 2012 के साथ यह निर्देश है। एक वर्ष पूर्व भी इडी टीम ने मनोरमा लेन में नोटिस चस्पाया था। गौरतलब है कि गत साल बालिका गृह में किशोरियों के साथ यौन हिंसा का मामला प्रकाश में आया था। जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के होटल समेत 12 अचल संपत्तियों को जब्त किया था। ब्रजेश और उसकी संस्था की संपत्तियों का आकलन कर ईडी की टीम पहले से रिपोर्ट तैयार कर चुकी थी। फिलहाल ब्रजेश ठाकुर अभी जेल में बंद है।
टिस की रिपोर्ट से हुआ था खुलासा, नाबालिग बच्चियों के साथ होती थी दरिंदगी
बता दें कि टिस (टाटा इंस्टीटयूट ऑफ सोशल साइंस) की विंग ‘कोशिश’ की रिपेार्ट में बालिका गृह कांड का खुलासा हुआ था। जिसकी रिपोर्ट चौंकाने वाली थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि बालिका गृह में करीब 40 से अधिक बच्चियों के साथ यौन शोषण किया गया था। इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद तहलका मच गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि ब्रजेश ठाकुर की संस्था सेवा संकल्प एवं विकास समिति द्वारा संचालित बालिका गृह में नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म सहित अन्य वीभत्स घटनाओं को अंजाम दिया जाता था। रिपोर्ट में हुए खुलासे के बाद 31 मई 2018 को मुजफ्फरपुर महिला थाने में केस दर्ज किया गया था। इसके बाद राज्य सरकार ने इस केस को सीबीआई के हवाले कर दिया था।