मस्जिद चौक के पास नाले का आउटलेट बंद, डूबे कई मोहल्ले Muzaffarpur News
चौक के पास बनी एक दुकान के नीच से होकर निकलता है चार वार्ड का पानी। दुकानदार द्वारा बंद कर दिया जाता है नाला।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एक बार फिर मस्जिद चौक के पास नाले का आउटलेट बंद हो गया है। इससे शहर के चार वार्डों की जल निकासी रुक गई है। लोगों के घरों से निकलने वाले गंदे पानी के साथ बारिश का पानी कई गली-मोहल्ले में जमा हो गया है। चर्च रोड के कई घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं चैपमैन स्कूल रोड में भी जलजमाव की स्थिति बनी है।
मिठनपुरा क्लब रोड में भी जमा बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है। लोगों की शिकायत के बाद अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने कहा कि वे मौके पर जाकर हालात से अवगत होंगे। वार्ड जमादार एवं अचल निरीक्षक को तलब किया गया है। किसी प्रकार की बाधा है तो उसे दूर किया जाएगा।
वार्ड 35, 36, 37 व 38 स्थित मोहल्लों का गंदा पानी हो या बरसात का मस्जिद चौक होते हुए रामबाग चौरी में जाता है। मस्जिद चौक के पास नाला एक दुकान के नीचे से होकर जाता है। दुकानदार बार-बार नाला को बंद कर देता है। यह समस्या वर्षो से बरकरार है। नाला खुलवाने को लेकर निगमकर्मियों व दुकानदार समर्थकों के बीच मारपीट तक हो चुकी है।
बरसात में डूब जाता शहर का पूर्वी क्षेत्र
हर साल बारिश में शहर के पूर्वी क्षेत्र स्थित नौ वार्डों के दर्जनों मोहल्ले डूब जाते हैं। करीब एक लाख की आबादी को जलजमाव की पीड़ा झेलनी पड़ती है। बेला-दिघरा आउटलेट के बंद होने से यह समस्या उत्पन्न हुई है। निगम को हर साल पूर्वी क्षेत्र में होने वाले जलजमाव से जूझना पड़ता है। मिठनपुरा क्लब रोड में जमा पानी इसका गवाह है। अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने शुक्रवार को दलबल साथ नारायणपुर दिघरा रोड पहुंचे और बंद नाला को खोलने का काम शुरू कराया।
दो साल पूर्व नारायणपुर-दिघरा रोड के निर्माण के दौरान पथ निर्माण विभाग ने सड़क चौड़ीकरण के नाम पर नाला को पूरी तरह से भर दिया है। इससे बेला-दिघरा आउटलेट स्थायी रूप से बंद हो गया है और शहर के पूर्वी क्षेत्र से निकलने वाला नाले का बहाव भी पूरी तरह से बाधित हो गया है। इससे शहर के वार्ड नंबर 30, 32, 33, 34, 35, 46, 47, 48 व 49 स्थित सादपुरा, बेला, मिठनपुरा, चर्च रोड, पानी टंकी रोड, जिला स्कूल रोड, पीएनटी रोड, बेला रोड, वीसी लेन, शिवशंकर पथ, मिस्कॉट समेत दो दर्जन मोहल्ले बरसात में टापू बन जाते हैं। इससे न सिर्फ सामान्य जनजीवन प्रभावित होता, बल्कि बेला औद्योगिक क्षेत्र को भारी आर्थिक नुकसान होता है। जलजमाव से एमडीडीएम कॉलेज व दर्जनभर से अधिक निजी विद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित होती है। जुब्बा सहनी पार्क, ऑडिटोरियम, रामचंद्र शाही संग्रहालय समेत बैंकों एवं व्यापारिक कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को दो से तीन फीट पानी से होकर आना-जाना पड़ता है।
इस बारे में अपर नगर आयुक्त विशाल अानंद ने कहा कि बेला औद्योगिक क्षेत्र के बीच से बने नाले व दिधरा रोड नाले से इन क्षेत्रों का पानी बाहर निकलता है। सड़क निर्माण के कारण दिघरा आउटलेट भर दिया गया है। वर्तमान स्थिति से निपटने का प्रयास चल रहा है। नाला को खोलने के लिए निगम की टीम काम कर रही है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप