सेवानिवृत्त एआइजीआर दंपती हत्याकांड का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर ब्रह्मापुरा ज्ञानलोक मोहल्ले में सात जनवरी को सेवानिवृत्त सहायक निबंधन महानिरीक्षक अजय शर्मा व उनकी पत्नी की हत्या का पर्दाफाश पुलिस ने कर लिया।
मुजफ्फरपुर : ब्रह्मापुरा ज्ञानलोक मोहल्ले में सात जनवरी को सेवानिवृत्त सहायक निबंधन महानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा और उनकी पत्नी रेणु देवी की हत्या मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मुख्य हत्यारे समेत तीन को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से पांच मोबाइल बरामद हुआ है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान साहेबगंज थाने के रामपुर असली के नितेश कुमार, आशापट्टी परसौनी के मो. सोहैल और मकरी टोला के राकेश कुमार के रूप में हुई है। गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में एसएसपी जयंत कांत ने मीडिया को उक्त जानकारी दी। कहा कि नितेश मुख्य हत्यारा है। उसके कहने पर अन्य दो भी इस घटना में शामिल हुए थे। इन तीनों के अलावा एक और हत्यारा है, जो नेपाल में छुपा हुआ है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम कार्रवाई कर रही है। एसएसपी ने कहा कि नितेश को शीघ्र ही रिमांड पर लेकर आगे पूछताछ की जाएगी। इन सभी के खिलाफ चार्जशीट दायर कर स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाई जाएगी। खून से सना शर्ट भी बरामद : हत्यारों का खून से सना शर्ट भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। इसे एफएसएल जांच के लिए भेजा जाएगा। नितेश पूर्व में साहेबगंज और बरुराज थाना में लूट और आर्म्स एक्ट का आरोपित रह चुका है। दो माह पूर्व वह जेल से छूट कर आया है। इसके बाद उसे दंपती की हत्या की सुपारी मिली थी। इसमें उसने अपने अन्य शागिर्दो को शामिल किया। दस लाख में ली थी सुपारी : पुलिस पूछताछ में नितेश ने दस लाख रुपये सुपारी लेकर हत्या करने की बात बताई है। इसमें से 50-50 हजार रुपये अपने शागिर्दो को देने की जानकारी दी। बताया कि उसे पूरा पैसा नहीं मिला है। दंपती की हत्या करने के बाद वे लोग साहेबगंज भाग गए थे।
घर के पास हत्या में प्रयुक्त वस्तु फेंकने की दी जानकारी : हत्यारों ने ठोस वस्तु से दंपती के सिर पर प्रहार कर हत्या करने की बात कही है। लेकिन, पुलिस यह नहीं उगलवा सकी कि किस वस्तु से हत्या की गई थी। पहले हथौड़े से प्रहार करने की बात सामने आई। लेकिन, अब पत्थर से मारने की बात बता रहा है। पहले उसने हत्या में प्रयुक्त सामान नाली में फेंकने की बात कही थी अब मृत दंपती के घर के पास इसे फेंकने की बात बता रहा है। पुलिस का कहना है कि हत्यारे काफी शातिर हैं, कई तरह की बातों से पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। वाट्सएप चैटिंग से खुला राज : हत्या के बाद पुलिस ने कई जगहों पर टावर डंप किया। इसी दौरान नितेश के मोबाइल नंबर के बारे में जानकारी मिली। उसे साहेबगंज से गिरफ्तार किया गया। उसका मोबाइल भी बरामद हुआ। नितेश के वाट्सएप चैटिंग को खंगाला गया। एक युवक से हत्या के बारे में हुई चैटिंग से पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। घटना में शामिल अन्य शागिर्दो के नाम का जिक्र भी चैटिंग में कर रखा था। पूछताछ के आधार पर अन्य दो की गिरफ्तारी हुई।
तीन हाईप्रोफाइल प्रॉपर्टी डीलरों के नाम आए सामने हाईप्रोफाइल दंपती की हत्या किसके इशारे पर और क्यों की गई थी। यह बात पुलिस हत्यारों से नहीं उगलवा सकी। एसएसपी ने कहा कि व्यवसाय संबंधित बातों की जानकारी मिली है। लेकिन, नितेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के बाद ही विस्तृत जानकारी मिलेगी। हत्यारों से पूछताछ में तीन हाईप्रोफाइल प्रॉपर्टी डीलरों के नाम सामने आए हैं। एसएसपी ने ठोस साक्ष्य मिलने के बाद ही इनके बारे में जानकारी देने की बात कही।