ऑपरेशन ट्यूमर का, निकाल दी बच्चेदानी ...हंगामा हुआ तो डॉक्टर कहा- गलती हुई
ऑपरेशन ट्यूमर का था, लेकिन डॉक्टर ने बच्चेदानी निकाल दी। इसकी जानकारी होने पर जब मरीज के परिजनों ने हंगामा किया तो डॉक्टर ने गलती मान ली है। क्या है मामला, जानिए।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। डॉक्टर ने महिला का ऑपरेशन कर ट्यूमर निकालने की जगह बच्चेदानी निकाल दी। चार महीने बाद जब महिला गर्भवती नहीं हुई तो जांच कराई गई। इसके बाद यह मामला सामने आया। इसकी शिकायत लेकर जब महिला और परिजन नर्सिंग होम गए तो चिकित्सक ने अभद्र व्यवहार कर भगा दिया। इससे भड़के लोगों ने वहां जमकर हो-हंगामा किया। घटना मुजफ्फरपुर के सकरा थाना कॉलेज गेट के समीप स्थित एक निजी नर्सिंग होम की है।
ऑपरेशन के बाद से लग रहा था बुखार
महिला ने बताया कि जब से ऑपरेशन किया गया तब से बुखार लग रहा था। पेट मेें दर्द तेज होने पर दिल्ली में जांच कराई। जांच में पता चला कि बच्चेदानी ऑपरेशन कर हटा दी गई है। महिला के पति विजय साह को जब इस मामले की जानकारी हुई तो आनन फानन में सभी दिल्ली से सकरा पहुंचे।
सात दिनों तक रखा अस्पताल में
महिला ने बताया कि नर्सिंग होम के आयुष चिकित्सक सुधीर कुमार ट्यूमर के ऑपरेशन की बात कह 9 अक्टूबर को ऑपरेशन के लिए बुला लिया। करीब सात दिनों तक अस्पताल में रखा। उसके बाद उसे टांका कटने के बाद घर लौटा दिया। महिला तथा उसके परिजनों को यह बात नहीं बताई गई कि उसका बच्चेदानी हटा दी गई है। पीडि़ता सुनैना के पति दिल्ली में मजदूरी करते हैं।
बेटी का जीवन हो गया अंधेरा
सुनैना के पिता बैद्यनाथ साह काफी गुस्से में हैं। वे इस तरह के नर्सिंग होम के चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब मेरी बेटी मां नहीं बन पाएगी। उसकी उम्र अभी 30 वर्ष हुई है। उसके जीवन मेंं अंधेरा ला दिया।
बोले चिकित्सक
नर्सिंग होम के चिकित्सक सुधीर कुमार का कहना है कि 9 अक्टूबर को महिला का ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन डॉ. पीएन सिंह ने किया है। मरीज के हंगामे को सही ठहराया। उन्होंने राशि लौटने की बात कही।