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आप भी परीक्षा या कांफ्रेंस में भाग लेते वक्त Mobile और अन्य कीमती चीजें कहीं जमा करते हैं? रहें सावधान, हो सकती ऐसी घटना

सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान 17 परीक्षार्थियों के सेलफोन उड़ाए 30 रुपये लेकर लिया था जमा नगर पुलिस ने दो आरोपितों को दबोचा चल रही पूछताछ।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 12:58 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 12:58 PM (IST)
आप भी परीक्षा या कांफ्रेंस में भाग लेते वक्त Mobile और अन्य कीमती चीजें कहीं जमा करते हैं? रहें सावधान, हो सकती ऐसी घटना
आप भी परीक्षा या कांफ्रेंस में भाग लेते वक्त Mobile और अन्य कीमती चीजें कहीं जमा करते हैं? रहें सावधान, हो सकती ऐसी घटना

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। क्या आप भी कहीं परीक्षा देते समय या कांफ्रेंस में भाग लेते समय मोबाइल कार्यक्रम स्थल के पास जमा कराते हैं। यदि जवाब हां है तो सावधान जाएं। आपके साथ कभी भी धोखा हो सकता है। उसके बाद सिवा हाथ मलने के कुछ भी हाथ लगने वाला नहीं है। रविवार को आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान मुजफ्फरपुर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। 

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 परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों को मोबाइल केजमा करने की बात कहकर 17 परीक्षार्थियों का सेलफोन शातिर बदमाशों ने उड़ा लिए। घटना सिकंदरपुर स्थित रामेश्वर सिंह कॉलेज के पास घटी। कॉलेज के बाहर चार युवक मोबाइल जमा करने की बात बोल 80 परीक्षार्थियों से 30-30 रुपये लेकर मोबाइल ले रहे थे। इसके बदले में एक पर्ची भी उनलोगों को दे रहे थे। बाहर से आए परीक्षार्थियों ने उन पर भरोसा किया और 30 रुपये अग्रिम देकर अपना मोबाइल जमा करा दिया।  परीक्षा संपन्न होने के बाद जब वे बाहर निकले तो कुछ को तो उनका मोबाइल वापस दे दिया गया, लेकिन कुछ को नहीं मिले। ऐसे करीब 17 परीक्षार्थियों का मोबाइल बदमाशों ने उड़ा दिया। जब वे मोबाइल मांगने लगे तो चारों युवक स्थानीय होने का धौंस दिखाते हुए दबंगई दिखाने लगे। इस पर कुछ परीक्षार्थी विवाद बढ़ता देख वहां से निकल गए।

वहीं, गोरखपुर के दुर्गेश कुमार और बख्तियारपुर के चांद आलम समेत चार परीक्षार्थियों ने नगर थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके से दो आरोपितों को पकड़ा गया। उन दोनों से पूछताछ कर कार्रवाई की जा रही है। दोनों ने पुलिस पूछताछ में मोबाइल जमा करने की बात बताई है। जांच में पता लगा कि उक्त आरोपित निजी तौर पर मनमाने ढंग से पैसा वसूली कर रहे थे। इसके लिए रसीद भी छपवा रखा था। इसकी भी छानबीन चल रही है।  

 अपराधी जिस तरह से रोज-रोज अपराध के नए तरीके ढूंढ़ रहे हैं उसने वाकई लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। कोई कहां धोखा खा जाए, कहना मुश्किल है। ऐसे में अतिरिक्त रूप से सावधान रहना ही समाधान है। 


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