Samastipur Lok Sabha Bypoll: सीएपीएफ के हवाले वज्रगृह, अब 24 अक्टूबर का इंतजार
05 बजे सुबह सील कराया गया वज्रगृह अधिकारियों की रही मॉनीटरिंग। प्रेक्षकों की मौजूदगी में जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने वज्रगृह को कराया सील।
समस्तीपुर, जेएनएन। समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्रों में उपचुनाव को लेकर सोमवार को कराए गए मतदान के बाद देर रात तक सभी ईवीएम वज्रगह पहुंच गईं। पीठासीन पदाधिकारियों ने सेक्टर दंडाधिकारियों के साथ समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर में बनाए गए वज्रगृह में ईवीएम एवं वीवीपैट को जमा कराया। हालांकि, ईवीएम जमा कराने की पूरी प्रक्रिया देर रात तक चलती रही। निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए विभिन्न प्रपत्रों को भरकर जमा करने में पीठासीन पदाधिकारियों को काफी समय लगा।
वहीं, विधानसभा क्षेत्रवार एक-एक बूथ की ईवीएम व वीवीपैट जमा कराई जा रही थी। इसके लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे। क्रमवार एक-एक कर पीठासीन पदाधिकारियों को सारे कागजात के साथ ईवीएम जमा लिया जा रहा था। जिनके कागजात अधूरे थे, उन्हें उसे पूरा करने का निर्देश दिया जा रहा था। इसके बाद ही ईवीएम लिया जा रहा था। इस वजह से जमा करने के लिए रात भर पीठासीन पदाधिकारी परेशान रहे।
प्रेक्षकों की मौजूदगी में वज्रगृह को किया गया सील
समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर को वज्रगृह बनाया गया है। प्रेक्षक की मौजूदगी में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी शशांक शुभंकर और अन्य अधिकारियों ने मंगलवार की सुबह पांच बजे में वज्रगृह को सील कराया। इस दौरान विभिन्न दलों के प्रत्याशी और उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे। वज्रगृह सील करने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई। प्रत्याशियों और उनके समर्थकों से भी कागजात पर हस्ताक्षर कराए गए।
सीएपीएफ के जवान संभालेंगे वज्रगृह की सुरक्षा
वज्रगृह की सुरक्षा सीएपीएफ (द सेंट्रल आम्र्ड पुलिस फोर्स) के हवाले की गई है। जवानों ने वज्रगृह को अपने कब्जे में ले लिया है। कॉलेज के चारों तरफ एवं गेट पर जवानों को तैनात कर दिया गया है। किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं रहेगी।
24 अक्टूबर को खुलेगा वज्रगृह
अब मतगणना के दिन 24 अक्टूबर को ही वज्रगृह खुलेगा। समस्तीपुर कॉलेज में ही लोकसभा उपचुनाव को लेकर मतगणना कराई जाएगी। इसको लेकर व्यवस्था की जा रही है। मतगणना को लेकर अलग-अलग टेबल निर्माण आदि का कार्य चल रहा है। जाली लगाने की भी व्यवस्था की जा रही है। जिससे किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो। अब मतगणना के दिन ही वज्रगृह खुलेंगे और एक-एक कर सभी ईवीएम की गिनती की जाएगी।