राष्ट्रीय मानक पर कालाजार उन्मूलन अभियान में पिछड़ा जिला
राष्ट्रीय मानक में पिछड़ा जिला, हाई रिस्क जोन में तीन प्रखंड। बोचहां, पारू व साहेबगंज में मानक से ज्यादा मरीज।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कालाजार उन्मूलन अभियान में जिला राष्ट्रीय मानक में पिछड़ गया है। राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2018 कालाजार उन्मूलन का साल घोषित है। सरकार की ओर से तय है कि प्रखंड स्तर पर एक मरीज होना चाहिए। लेकिन, इस मानक पर अभियान नहीं पहुंच पाया है। बोचहां, पारू व साहेबगंज में मानक से ज्यादा मरीज हैं। यह प्रखंड हाई रिस्क जोन में है। फिलहाल, जिले में 377 मरीज मिले हैं। मानक के हिसाब से बोचहां में 1.1 फीसद मरीज, पारू में फीसद 2.4 मरीज, साहेबगंज में 1.9 फीसद मरीज पाए गए हैं। जबकि, सभी प्रखंडों का आंकड़ा 0.1 से 0.7 तक है।
इन जगहों पर मिल रहे मरीज
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बंदरा, बोचहां, मड़वन, मोतीपुर, मुरौल, साहेबगंज व सकरा प्रखंड में मरीज की संख्या में पिछले साल से वृद्धि हो रही। इसके कारण विभाग की चिंता बढ़ी है। जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि यदि दो सप्ताह से अधिक से बुखार हो तो उसकी जांच कराई जाए। जांच में बीमारी की पुष्टि होने पर अविलंब इलाज शुरू होनी चाहिए। इसके साथ ही लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। सभी प्रखंडों में जांच व इलाज की सुविधा मिल रही। जिनका इलाज हो रहा उनको श्रम क्षतिपूर्ति राशि सरकार की ओर से मिल रही। जितना जल्दी मरीज की पहचान हो जाए उतना जल्दी इलाज शुरू होगा।
प्रखंड-मरीजों की संख्या
औराई-4
बंदरा-12
बोचहां-31
गायघाट-7
कांटी-3
कटरा-17
कुढऩी-11
मड़वन-13
मीनापुर-24
मोतीपुर-39
मुरौल-1
मुशहरी-16
पारू-104
साहेबगंज-54
सकरा-19
सरैया-22
जिला वेक्टरजनित रोग पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि कालाजार रोकथाम के लिए जागरूकता के साथ बचाव कार्यक्रम चल रहा है। इसके तहत इस माह के अंत तक एसपी का छिड़काव किया जाएगा।