Distance बीएड छात्रों का रिजल्ट फंसा, निदेशालय ने खड़े किए हाथ, कहा - कोई उपाय नहीं मिला तो पैसे लौटाएंगे
अनशन स्थल पर बात करने पहुंचे कुलसचिव। विवि प्रशासन बोला विकल्प नहीं मिला तो पैसा वापस कर देंगे हुई तीखी बहस। छात्रों ने कहा - पैसा नहीं उन्हें डिग्री चाहिए।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय से बीएड में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों का अनशन चौथे दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को विवि के कुलसचिव और निदेशालय के प्रशासनिक अधिकारी ललन कुमार अनशन पर बैठे छात्रों से बातचीत करने पहुंचे। लेकिन, उन्हें विद्यार्थियों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। काफी देर तक तीखी बहस भी हुई। विद्यार्थियों का कहना था कि जब कोर्स को मान्यता ही नहीं थी तो उनका नामांकन लेकर भविष्य क्यों बर्बाद किया गया।
इस पर विवि के अधिकारियों ने कहा कि यदि राजभवन से रेगुलेशन की मंजूरी नहीं मिलती है तो छात्रों को एडमिशन फीस लौटा दी जाएगी। इसी पर विद्यार्थी उग्र हो गए। कहा कि उन्हें डिग्री चाहिए पैसा नहीं। पैसा लौटाकर विवि पल्ला झाड़ लेना चाहता है। लेकिन, विद्यार्थी भविष्य के लिए अंत तक संघर्ष करेंगे। बता दें कि राजभवन की ओर से कोर्स को मंजूरी नहीं मिलने से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के बीएड के तीन सत्रों के 1500 विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है। गुरुवार को छात्रा की तबीयत बिगडऩे के बाद डिस्टेंश के निदेशक डॉ.सतीश कुमार राय ने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने भी कहा था कि समस्या का निदान नहीं होने से वे क्षुब्ध थे।