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दूरी एक किमी, पर चलना पड़ेगा 13 किलोमीटर ऐसा क्यों, जानिए

न तो पुल और न ही आवागमन का कोई साधन। हर पल जोखिम में जिंदगी और मौत से सामना। आंदोलन काम नहीं आया और नेताओं का आश्वासन चुनावी राग बनकर रह गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 10:34 AM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 11:54 AM (IST)
दूरी एक किमी, पर चलना पड़ेगा 13 किलोमीटर ऐसा क्यों, जानिए
दूरी एक किमी, पर चलना पड़ेगा 13 किलोमीटर ऐसा क्यों, जानिए

मुजफ्फरपुर। न तो पुल और न ही आवागमन का कोई साधन। हर पल जोखिम में जिंदगी और मौत से सामना। आंदोलन काम नहीं आया और नेताओं का आश्वासन चुनावी राग बनकर रह गया। झीम नदी पर अंग्रेजों का बनाया पुल ध्वस्त होने के बाद से इस तरह की स्थिति पिछले चार दशक से झेल रही है सीतामढ़ी जिले के सुपैना गांव की पांच हजार आबादी। इस गांव से लोहखर की दूरी एक किमी है, लेकिन ग्रामीणों को 13 किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ता है।

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दो विधानसभा परिहार और बथनाहा सुरक्षित और तीन नदियों झीम, सिंगियाही व गोगा से घिरे सुपैना के लोगों की जिंदगी हर साल बरसात में नरक बन जाती है। दरअसल, चार दशक पूर्व झीम नदी पर अंग्रेजों का बनाया स्क्रू पाइल पुल ध्वस्त हो गया था। सुपैना गांव में बना यह पुल तीनों प्रखंडों को जोड़ने का काम करता था। तब से न तो पुल की मरम्मत हुई और न ही नया निर्माण। आम दिनों में लोग जैसे-तैसे पुल पार कर जाते हैं, लेकिन बाढ़ के दौरान इलाका पानी से घिर जाता है। समय-समय पर लोग बांस का चचरी पुल बनाते हैं, जो तेज धारा के चलते बह जाता है। इससे जिंदगी थम सी जाती है। अगर कोई बीमार पड़ता है तो इलाज मिलना मुश्किल होता है। राजकीय मीडिल स्कूल सुपैना के शिक्षक व बच्चे जान जोखिम में डालकर नदी पार कर आते-जाते हैं। वर्ष 1999 से तो हर साल बाढ़ के चलते यह स्थिति बन रही है।

आंदोलन भी नहीं आया काम :

राम इकबाल भगत, सीताराम भगत, जगन्नाथ पासवान व रविंद्र सहनी कहते हैं, पुल निर्माण को लेकर आंदोलन भी हुए। चुनावों के दौरान यह मुद्दा भी उठा, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। अगर पुल बन जाए तो सोनबरसा व परिहार के बीच की दूरी 12 किमी कम हो जाएगी। जबकि सुपैना से एक किमी दूरी पर बसे लोहखर चौक पर आने के लिए लोगों को परिहार के रास्ते 13 किमी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। इन लोगों का कहना है कि यहां सुविधाएं कम, जिंदगी में समस्याएं ज्यादा हैं। ऊपर से यहां के लोग तीन प्रखंडों के बीच बंटे हुए हैं। परिसीमन के चलते इस गांव की कुछ आबादी बथनाहा प्रखंड के हरिबेला, परिहार प्रखंड के जगदर और सोनबरसा प्रखंड के विशनपुर गोनाही पंचायतों में बसी है।

सांसद राम कुमार शर्मा ने कहा कि मैंने वहां के लोगों से जो वादा किया है, पूरा होगा। सुपैना समेत जिले में कुल 30 पुलों का निर्माण कराया जाना है। प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही टेंडर जारी होगा। सबकुछ ठीक रहा तो अक्टूबर तक काम शुरू हो जाएगा।


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