DGP ने मुजफ्फरपुर के थानों का किया निरीक्षण, बोले- अपराध में आया है फर्क Muzaffarpur News
पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने देखा रनिंग रजिस्टर हाल में दर्ज किए गए मामलों के बारे में ली जानकारी। अपराध में कमी दर्ज करने की रफ्तार को बढ़ाने पर दिया बल।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अपराध में फर्क आया है। देख लीजिए। आगे और फर्क पड़ेगा। पहले आपराधिक घटनाओं की संख्या क्या थी और आज क्या है, इसे देख लीजिए। उपरोक्त बातें सूबे के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने गुरुवार की देर रात जिले के अहियापुर थाना के औचक निरीक्षण के बाद कही। वे दरभंगा से लौटने के दौरान मुजफ्फरपुर के बोचहा थाना का निरीक्षण करने के बाद यहां पहुंचे थे।
अहियापुर में महीने भर में हुई हत्या की घटनाओं पर कहा - पहले और अब में अंतर आया है। फर्क महसूस हो रहा है। आगे और महसूस होगा। इन बातों के साथ डीजीपी ने अपराध नियंत्रण की रफ्तार को तेज करने का साफ संदेश मौके पर मौजूद वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत, सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारियों को दे दिया।
थाने में तैनात महिला सिपाही से ली आग्नेयास्त्र की जानकारी
अहियापुर थाने में पहुंचने के साथ प्रवेश द्वार पर आग्नेयास्त्र के साथ मुस्तैद महिला सिपाही ममता कुमारी से डीजीपी ने संवाद किया। पूछा- आपने कौन सा हथियार हाथ में ले रखा है? इसे कैसे चलाना है? पुलिसिंग से जुड़ी ऐसी कई बारीक बातों का जवाब महिला सिपाही से मिलने के बाद डीजीपी ने उसकी सराहना की।
थाने में दर्ज मामलों में ली अधिकारियों से आवश्यक जानकारी
थाने में पहुंचने के बाद डीजीपी ने पूरे परिसर के सभी टेबल का निरीक्षण किया। थाना सिरिस्ता का अवलोकन करने के बाद थानाध्यक्ष के कक्ष में बैठे। यहां रनिंग रजिस्टर देखने के दौरान हाल में दर्ज गंभीर प्रकृति के आपराधिक मामलों की बाबत संबंधित अधिकारियों से बात की और आवश्यक निर्देश दिए। मौके पर मौजूद एसएसपी से भी पर बात की। उन्हें कई बिंदुओं पर निर्देशित किया।
थाना हाजत में बंद लोगों के बारे में भी जाना
निरीक्षण के दौरान अहियापुर थाना हाजत में बंद दो लोगों के बारे में ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी हिमांशु शेखर झा से बात की। जानकारी लगी कि थाने में शराब पीने और रखने के आरोप में लोग पकड़े गए हैैं।
जाते-जाते इशारों में दे गए नसीहत
डीजीपी करीब आधे घंटे तक थाने में रुके। इस दौरान सामने आए तथ्यों को रेखांकित करते हुए। इशारो-इशारों में पुलिस अधिकारियों को नसीहत दे डाली। इशारा साफ था अपराध का ग्राफ हर हाल में घटना है और इस पर लगाम लगाना है।