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वाल्मीकि नगर में बाघ देख रोमांचित हुए डीआइजी, वीटीआर में जुट रहे पर्यटक

West champaran news कोरोना वायरस की बेडिय़ां भी नहीं रोक रही पर्यटकों के कदम नए पर्यटन सत्र में अब दस हजार से अधिक पर्यटक जंगल सफारी का उठा चुके लुत्फ शनिवार व रविवार को हो रही अधिक भीड़

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 05:35 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 05:35 PM (IST)
वाल्मीकि नगर में बाघ देख रोमांचित हुए डीआइजी, वीटीआर में जुट रहे पर्यटक
परिवार के साथ जंगल सफारी का आनंद उठाते बीएमपी के डीआइजी छत्र नील सिंह। जागरण

पश्चिम चंपारण, जासं । वीटीआर में जंगल सफारी पर आने वाले सैलानियों को कोरोना वायरस की बेडिय़ां भी नहीं रोक सकीं। नए पर्यटन सत्र के आगाज के बाद से अब तक 10000 से अधिक पर्यटक जंगल सफारी का आनंद उठा चुके हैं। वीटीआर आने वाले सैलानियों को इन दिनों बाघ के दर्शन हो रहे हैं। रविवार को जंगल सफारी के क्रम में बीएमपी के डीआइजी छत्र नील ङ्क्षसह एवं  प्रभारी पुलिस अधीक्षक बगहा संजय ङ्क्षसह को रोमांचक नजारा देखने को मिला। उन्हें जंगल सफारी मार्ग में बाघ के दर्शन हुए। पीछे वाहन होते हुए भी वह मार्ग से हटा नहीं। जंगल का राजा अपनी चाल में चलता रहा। एक दो बार पलट कर जरूर देखा। पर वह भागा नहीं। जंगल सफारी के लिए हुए सपरिवार वाल्मीकि नगर आए हुए हैं। जंगल सफारी में उन्हें  यह बाघ का अदभुत नजारा देखने को मिला। इस बाबत डीआइजी ने बताया कि बाघ के बारे में सिर्फ सुनने को मिलता था। उसका दीदार करना अपने आप में अदभुत है। वह हमारी गाड़ी के करीब चल रहा था।  ताकतवर शरीर से वह चलते वक्त बहुत ही आकर्षक लग रहा था। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह नजारा कभी भुलाए नहीं भूल सकता।                

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वीटीआर में रहती है वीक आफ में भीड़

इन दिनों वीटीआर में वीक ऑफ डे पर पर्यटक अधिक संख्या में आते हैं। शनिवार और रविवार को भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा ही होती है। कोरोना महामारी के बाद वीटीआर में पर्यटकों की आमद बढ़ गई है। यहां का शांत वातावरण और प्रकृति का अनुपम सौंदर्य देखने के अलावा बाघ व अन्य वन्यप्राणियों के दीदार पर्यटकों को हो रहे हैं। जिसके चलते यह क्षेत्र आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पर्यटक अक्सर  दुर्लभ वन्यजीवों को देखने की मंशा लेकर आते हैं। ऐसे में जब किसी को वनराज के कुनबे के दीदार हो जाएं तो जेहन में रोमांच इस कदर भर उठता है कि अर्से तक भुलाए नहीं भूलता है। 

मगरमच्छ व घडिय़ाल पर्यटकों को लुभाते

बताते चलें कि गंडक नदी के किनारे धूप सेंकते मगरमच्छ व घडिय़ाल पर्यटकों को लुभाते हैं, पर बाघ-तेंदुआ को देखने की बात ही और है।इस बाबत वाल्मीकि नगर रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि पर्यटकों को इस पर्यटन सत्र में बाघ व तेंदुआ लगातार दिखाई दे रहा है, जिससे पर्यटकों का आकर्षण वीटीआर की ओर बढ़ रहा है। यहां एक सफारी या दूसरे सफारी में जरूर बाघ दिख जाता है। जिससे सफर सफल हो जाता है । पर्यटकों कि यह खुशी ही वीटीआर में उनकी बढ़ती संख्या की मुख्य वजह है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों के साथ अब भालू भी पर्यटकों को रोमांचित कर रहे हैं। इन दिनों कई भालू दिखाई पड़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से  कई स्थानों पर भालुओं के झुंड भी दिखाई पडऩे लगे हैं। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में नव वर्ष के बाद से ही पर्यटकों की भीड़ बढऩे लगी थी जो अभी तक बरकरार है। हालांकि विदेशी पर्यटक अभी नहीं पहुंच रहे हैं। काफी दिनों बाद जंगल से जुड़े हुए गाइड, ड्राइवर ,एवं होटल संचालकों के मन में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। इस बार कोरोना के डर से पर्यटकों की संख्या कम रहने का अनुमान लगाया जा रहा था। 


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