राशि आवंटन के बावजूद कागजों में भटक रहा साहू पोखर की जीर्णोद्धार योजना Muzaffarpur News
चार माह पूर्व हुआ था जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास। योजना को जमीन पर उतारने में अब तक बुडको विफल। कार्य शुरू नहीं होने से लोगों में नाराजगी। पोखर में बहाया जा रहा गंदा पानी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर के मानसरोवर के रूप में विख्यात साहू पोखर अब सूख रहा है। कचरा फेंके जाने के कारण पोखर कूड़ेदान बनता जा रहा है। इसमें लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी बहाया जा रहा है। इसको बचाने के लिए जीर्णोद्धार की योजना बनी। सरकार ने राशि का आवंटन भी किया। बिहार आधारभूत संरचना निगम को इसकी जिम्मेवारी सौंपी गई। चार माह पूर्व नगर विकास एवं आवास मंत्री ने पोखर के जीर्णोद्धार की योजना का शिलान्यास किया। इसके बाद अब तक काम शुरू नहीं हुआ। इससे लोगों में नाराजगी है।
समाजसेवी प्रभात कुमार कहते हैं कि पोखर के जीर्णोद्धार योजना का शिलान्यास होने से लोगों में पोखर के बचने की उम्मीद जगी थी लेकिन, अब तक काम शुरू नहीं होने से निराशा के साथ-साथ नाराजगी भी है। भारत कुमार साहू ने कहा कि पोखर के कारण आसपास इलाके में कभी भू-जल स्तर नहीं गिरता था। लेकिन, जैसे-जैसे पोखर सूख रहा, भू-जल स्तर में गिरावट आ रही है और लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
इसपर अगर ध्यान नहीं दिया गया तो पेयजल संकट और गहरा जाएगा और लोगों की परेशानी ज्यादा बढ़ जाएगी। इस बावत वार्ड 22 के पार्षद संजीव चौहान ने कहा कि पोखर की साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। जीर्णोद्धार की योजना बनी है पर काम शुरू नहीं हुआ। यदि प्रशासन का सहयोग नहीं मिला तो स्थानीय स्तर पर लोगों के सहयोग से इसे बचाने की मुहिम शुरू करूंगा।