दो रेलकर्मियों में डेंगू की पुष्टि, संख्या पहुंची 179
आमलोगों के साथ मेडिकल छात्र-छात्राओं व प्रशिक्षु परिचारिकाओं के बाद अब रेल कर्मी भी डेंगू की चपेट में आने लगे हैं।
मुजफ्फरपुर। आमलोगों के साथ मेडिकल छात्र-छात्राओं व प्रशिक्षु परिचारिकाओं के बाद अब रेल कर्मी भी डेंगू की चपेट में आने लगे हैं। एसकेएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच के पश्चात मगलवार को दो रेल कर्मी समेत 13 नए मरीजों को डेंगू से ग्रसित होना बताया गयौ। इससे अब डेंगू के मरीजों की संख्या 166 से बढ़ कर 179 पर पहुंच गई है।
वहीं वायरोलॉजी लैब में मंगलवार को 19 संदिग्धों मरीज जांच को पहुंचे। अब तक कुल 325 संदिग्ध मरीजों की जांच वायारोलॉजी लैब में की जा चुकी है।
मालूम हो कि डेंगू का प्रकोप अब जिले के साथ आस-पास के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है। एसकेएमसीएच में मुजफ्फरपुर के अलावा मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी समेत अन्य जगहों से भी डेंगू का मरीज पहुंच रहे हैं। यह मरीज एसकेएमसीएच के साथ ही निजी अस्पतालों में इलाज को पहुंच रहे हैं।
जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ.सतीश कुमार ने बताया कि बीमारी से बचाव के लिए लगातार फॉगिंग की जा रही है। इधर, एसकेएमसीएच की ओपीडी में मंगलवार को डेंगू के 19 संदिग्ध मरीज इलाज को पहुंचे। इनके रक्त का नमूना जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा।
साफ पानी में पनपता है डेंगू का मच्छर : एसकेएमसीएच के मेडिसीन विभाग के डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। इसलिए कूलर, छत या परिसर में रखे गए गमले में जमा पानी को नियमित तौर पर बदलते रहें। पूरे शरीर को कपड़े से ढंके रहें। पैरों में मोजे पहनें।
डेंगू के उपलब्ध जांच किट पर भरोसा नहीं : एसकेएमसीएच के वायरोलॉजी विभाग में मंगलवार को उपलब्ध कराए गए किट से समुचित रिपोर्ट आने पर संदेह उत्पन्न करते हुए कुछ कर्मी व चिकित्सक आपस में बात कर रहे थे। यही नहीं, इसकी शिकायत पर सिर्फ काम करने को कहा गया। उधर, इस किट के संबंध में पूछने पर माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रणजीत कुमार ने बताया कि इस किट की आपूर्ति स्वास्थ्य भवन सुनतानगंज पटना से उपनिदेशक द्वारा कराई जाती है। यह वायरोलॉजीकल मशीन के मानक के अनुरूप है।
एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने कहा कि जरूरतमंद मरीजों के लिए ब्लड बैंक में सभी ग्रुप के पर्याप्त प्लेटलेट्स उपलब्ध हैं। लोगों से अपील है कि डेंगू के लक्षण दिखने पर सीधे सरकारी अस्पताल आएं। यहां मुफ्त इलाज व दवा मिल रही है।