B. R. Ambedkar Bihar University: कर्मचारियों की मनमानी के खिलाफ विवि में प्रदर्शन, परीक्षा नियंत्रक का घेराव
B. R. Ambedkar Bihar University छात्र नेताओं का आरोप अधिकारी नहीं करते काम साथ ही अधिकारी भी कार्यालय में नहीं बैठते हैं। पांच सूत्री मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन। तीन दिनों में मांगें पूरी नहीं हुईं तो किया जाएगा उग्र प्रदर्शन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लंबित समस्याओं का निष्पादन नहीं होने पर सोमवार को छात्र नेताओं व विद्यार्थियों ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में हंगामा किया। इसके बाद परीक्षा नियंत्रक से भी बहस हुई। छात्र नेताओं ने उनको काफी देर तक घेरे रखा। छात्र नेता संकेत मिश्रा व छात्र लोजपा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष गोल्डेन ङ्क्षसह ने बताया कि प्रतिदिन विवि में सैंकड़ों विद्यार्थी विभिन्न कार्यों को लेकर आते हैं, लेकिन कर्मचारियों की मनमानी से उन्हें बगैर काम लौटना पड़ता है। साथ ही अधिकारी भी कार्यालय में नहीं बैठते हैं। इसको लेकर परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया और कहा कि यदि आपसे काम नहीं होता तो इस्तीफा दे दें। इसके बाद छात्र नेताओं ने कुलसचिव से भी वार्ता की। कहा कि अधिकारियों के कार्यालय में नहीं बैठने से कार्य में अनावश्यक विलंब होता है। छात्र नेताओं ने कहा कि तीन दिनों में मांगें पूरी नहीं हुईं तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। मौके पर प्रिंस कुमार, पंकज कुमार, चंदन कुमार, चांदी पासवान, राहुल कुमार, धीरज ङ्क्षसह, सोनू कुमार समेत काफी संख्या में छात्र थे।
कुलचिव के सामने रखीं ये मांगें
- स्नातक पार्ट थ्री का फॉर्म अंडरटेकिंग के साथ भरने का लिखित आदेश जारी किया जाए।
- पार्ट वन, टू व थ्री के लिए अलग काउंटर बनाकर छात्रों की समस्या का निश्चित समयावधि में समाधान कराया जाए। इसकी मॉनीटरिंग खुद अधिकारी करें।
- विश्वविद्यालय के सभी कार्य कैंपस से संचालित हों, कहीं और से नहीं।
- डिग्री व प्रोविजनल के लिए अलग काउंटर बनाया जाए।
- पैट की परीक्षा शीघ्र कराई जाए।
पेंडिंग में सुधार समेत अन्य मांगों को लेकर अधिकारियों से नोकझोंक
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में परीक्षाओं के लंबित परिणाम, पार्ट वन, टू और थ्री के पेंडिंग में सुधार समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने के लिए जब विवि के अधिकारी पहुंचे तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। छात्रों की परीक्षा नियंत्रक व कुलपति से नोकझोंक हुई। छात्र नेताओं का कहना था कि विश्वविद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार व अराजकता की स्थिति में अविलंब सुधार लाना होगा। डिग्री सेक्शन में आवेदन के बाद भी विश्वविद्यालय के छात्रों को समय पर प्रमाणपत्र नहीं मिल रहे हैं।
बिना किसी पैरवी उन्हें अपनी डिग्री निकालने में कठिन परिश्रम करना पड़ता है। कर्मचारी व दलाल मिलकर छात्रों से उगाही और दुव्र्यवहार भी करते हैं। पीजी के पहले सेमेस्टर का परिणाम अभी तक नहीं आया है, लेकिन द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर में फॉर्म तथा रीएडमिशन शुरू हो गया है। मौके पर छात्र नेता प्रशांत गौतम, राहुल मिश्रा, मृणाल शुभम, आशुतोष आनंद, कन्हैया कुमार, प्रशांत ठाकुर आदि थे।