ठेला चलाकर छह दिनों में दिल्ली से पहुंचे साहेबगंज
कोरोना वायरस से बचाव को किए गए लॉकडाउन से उनके समक्ष फांकाकशी की नौबत आ गई।
मुजफ्फरपुर : कोरोना वायरस से बचाव को किए गए लॉकडाउन से उनके समक्ष फांकाकशी की नौबत आ गई। और कोई उपाय न सूझा तो दिल्ली से ठेला चलाकर अपने घर बेगूसराय के लिए निकल पड़े। दिल्ली सदर बाजार में ठेला चलाकर मजदूरी करने वाले बेगूसराय के मजदूरों का जत्था ठेला पर सवार होकर दिल्ली से गाव के लिए चल पड़ा। दिल्ली सदर बाजार में ठेला चलाकर परिवार के लिए दो जून की रोटी कमाने वाले बेगूसराय निवासी मजदूर श्रीराम यादव, सुबोध यादव ,संजय यादव,लालमोहन यादव ,रविन्द्र यादव, नीतीश कुमार तथा मनीष कुमार ठेला पर बैठकर बुधवार की शाम साहेबगंज पहुंचे। उनका कहना था सदर बाजार दिल्ली लॉकडाउन में बंद हो गया तो रुम मालिक खाली करने को कहने लगा तथा खाने पीने पर आफत आ गई। तब वे लोग 26 मार्च की रात्रि जब पूरा दिल्ली सो रहा था, दो ठेले पर सात लोग सवार हो कर गाव के लिए चल पड़े। रास्ते में कहीं- कहीं लोगों तथा स्थानीय प्रशासन ने परेशान किया तो कहीं लोगों की सहानुभूति भी मिली। ऐसी स्थिति में उनलोगों ने बारी-बारी से रात में ठेला खींचा तथा साहेबगंज पहुंच गए। सभी लोग थक कर चूर थे। उन्हें मध्य विद्यालय बालक स्थित सामुदायिक किचन में रोका गया तथा भोजन का इंतजाम कराया गया। उनलोगों ने बताया कि रास्ते में दर्जनों स्थान पर उनकी जाच हुई तथा हाथ पर मुहर लगा दिया गया। उन्होंने दो-तीन दिन में अपने गाव बेगूसराय पहुंच जाने की संभावना जताई। कहा कि भूखे मरने से बेहतर है कि कुछ परेशानी सहकर अपने परिवार के पास पहुंच जाएं।