ब्रह्मपुरा धमाके का रहस्य गहराया, पांच झुलसे, दीवार में आ गईं दरारें, लेकिन कमरे में रखा एक भी कपड़ा नहीं जला, जानिए…
ब्रह्मपुरा में धमाका, गहराया धमाके का रहस्य, पांच लोग झुलसे, एएफएसएल की टीम जांच को पहुंची।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लक्ष्मी चौक पर मेयर के घर के पास विस्फोट मामले की रविवार को एफएसएल की टीम ने जांच की। इसे भी तत्काल धमाके के कारणों का पता नहीं चल पाया। उसे न तो कोई विस्फोटक पदार्थ के अवशेष मिले और न ही कोई ऐसी वस्तु जो धमाका का कारण बनी हो। परखचे उड़े दरवाजे, कांच, खिड़की का रॉड, बांस-बल्ला और कुर्सी-टेबल के बिखरे टुकड़े धमाके की तीव्रता की गवाही दे रहे थे। ये देखकर एफएसएल की टीम भी भौचक रह गई। कमरा और किचन में गैस सिलिंडर सुरक्षित था। टीम भी यह जानना चाह रही थी कि इसके पीछे क्या रहस्य है। हालांकि, टीम ने कई नमूने संग्रहित किए। इनकी जांच के बाद ही धमाका के कारणों का सही पता चल सकेगा।
दीवार में चिपका मिला जला चमड़ा
एफएसएल की टीम को जले हुए चमड़े जैसे अवशेष मिले। ये कमरे की दीवारों से चिपके थे। टीम ने इसके नमूने को एकत्र किया। जांच में पता चलेगा कि यह मानव शरीर के हैं या दूसरे जीव के।
बिजली सर्किट सामान्य
विस्फोट वाले कमरे व उसके बाहर सहित मकान के सभी हिस्सों में विस्फोटक पदार्थ के अवशेष का पता लगाने के लिए एक्सप्लोसिव डिटेक्टर से खोज की गई। यहां भी निराशा हाथ लगी। कुछ नहीं मिला। अचानक से टीम की नजर टीवी पर गई। उन्हें लगा कि इसमें शॉर्ट-सर्किट हुआ होगा। बिजली का बोर्ड देखा। दोनों सामान्य स्थिति में थे। इसी दौरान दो जगहों पर दीवार पर जले हुए चमड़े जैसे कुछ अवशेष दिखे। ये दीवार से चिपके थे। जांच के लिए इसका नमूना टीम ने लिया। इसके अलावा बिखरे पड़े सामान के नमूने भी लिए गए।
आखिर कौन थे धमाका के बाद भागने वाले युवक
घायलों ने बताया था कि खाना बनाने के दौरान गैस सिलिंडर से रिसाव के कारण विस्फोट हुआ था। लेकिन, सुरक्षित गैस सिलिंडर कई संदेह को जन्म दे रहे हैं। घायल ऑटो चालक पंकज साह के ससुर हनुमान बार-बार दो लोगों के मकान से भागने का जिक्र कर रहे हैं। आखिर वे दोनों कौन थे। कहीं बाहर से कुछ विस्फोटक पदार्थ तो फेंककर नहीं भागे थे। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।
लोग झुलसे, नहीं जली चादर
पुलिस आश्चर्य जता रही है कि घटना में पांच लोग झुलस गए। लेकिन, कमरे में एक भी कपड़ा, बिछावन, चादर या पर्दा समेत अन्य कोई सामान नहीं जला। एफएसएल टीम भी यह जानना चाह रही थी कि आखिर विस्फोट से यह कैसी आग थी, जिसमें सिर्फ लोग ही झुलसे।
यह हुई थी घटना
शनिवार की रात ऑटो चालक पंकज साह के मकान के दूसरे तले वाले कमरे में भारी धमाका हुआ। ये इतना तेज था कि धरती तक कांप गई। मकान की दीवारों में दरारें आ गईं। एक दीवार गिर गई। पंकज के अलावा उसकी पत्नी शीला देवी, बच्चे इरकू, समन और सिल्की घायल हो गए। चिकित्सकों ने जलने की बात बताई थी।
इस बारे में ब्रह्मपुरा के थानाध्यवक्ष अवनीश कुमार ने कहा कि अभी तक विस्फोट के कारणों का पता नहीं चल पाया है। एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि विस्फोटक पदार्थ से या गैस सिलिंडर रिसाव से विस्फोट हुआ था।