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मौत की नींद: बंद घर में हीटर जलाना बना अधेड़ दंपती की मौत का कारण, समस्तीपुर के रोसड़ा की घटना

Samastipur News रोसड़ा शहर के महादेवमठ निवासी प्रखर समाजसेवी जगदीप पूर्वे (55) एवं उनकी पत्नी अनिता देवी (50) की मौत सुप्तावस्था में हो गई। रोसड़ा में ताला तोड़कर निकाला गया अधेड़ दंपती का शव। बंद घर में हीटर जलाना बना मौत का कारण।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 07:41 PM (IST)
मौत की नींद: बंद घर में हीटर जलाना बना अधेड़ दंपती की मौत का कारण, समस्तीपुर के रोसड़ा की घटना
रोसड़ा में ताला तोड़कर निकाला गया अधेड़ दंपती का शव। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। रोसड़ा शहर के महादेवमठ निवासी प्रखर समाजसेवी जगदीप पूर्वे (55) एवं उनकी पत्नी अनिता देवी (50) की मौत सुप्तावस्था में हो गई। सोमवार को ताला तोड़कर दंपती का शव लोगों ने बाहर निकाला। लोकप्रिय श्री पूर्वे एवं उनकी पत्नी की एक साथ मृत्यु की खबर सुन संपूर्ण रोसड़ा में डूब गया। विधायक वीरेंद्र कुमार, नगर पंचायत के मुख्य पार्षद श्याम बाबू सिंह, पूर्व चेयरमैन सत्येंद्र कुमार नायक समेत दर्जनों जनप्रतिनिधि व राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ कई पदाधिकारियों ने भी उनके घर पहुंच संवेदना व्यक्त की।

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 सूचना पर दल बल के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद ने अपने स्तर से घंटों छानबीन की। उन्होंने प्रथम दृष्टया ऑक्सीजन की कमी से मृत्यु होने की आशंका जताई। पूर्णत: बंद कमरे में विद्युत एवं गैस हीटर जलने के कारण उक्त स्थिति उत्पन्न होने की बात सामने आई है। वैसे जगदीप पूर्वे वर्षों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज पीजीआई लखनऊ से जारी था। वही पत्नी अनीता देवी को भी विगत कुछ माह से बीमार थी। रविवार संध्या 7 बजे वार्ड पार्षद विनोद पासवान ने जगदीप पूर्वे को डाक बंगला चौराहे के निकट स्थित उनके धर्म कांटा से उन्हें घर पहुंचाया। दूसरे दिन जब सुबह उठाने पहुंचा तो घंटी बजने के बावजूद कोई सुगबुगाहट नहीं दिखी।

 वहीं पटना में पढ़ाई कर रहे बच्चों का भी फोन रिसीव नहीं होने पर सभी ने विनोद के साथ-साथ आसपास के परिजनों को फोन कर देखने का आग्रह किया। काफी देर तक कॉल बेल बजाने और आवाज लगाने के बावजूद भी पति-पत्नी में से किसी की सुगबुगाहट नहीं देख लोगों ने आखिरकार ग्रिल का ताला तोड़ा और प्रथम मंजिल पर स्थित जब उनके बेडरूम में गए तो पति-पत्नी को मृत पाया। उस वक्त भी रूम में गैस हीटर जलता हुआ मिला। पूरे कमरे की स्थिति से स्पष्ट था कि अन्य दिनों की भांति ही भोजन और दवा खाकर वे सोए थे। दोनों की मृत्यु के साथ ही पुत्र राजा और तीन बेटियों के सिर से एक साथ माता पिता का साया उठ गया।

दोपहर बाद शहर के बूढ़ी गंडक नदी के तट पर दोनों पति-पत्नी का अंतिम संस्कार किया गया। एसएच 55 किनारे स्थित घर से एक साथ दोनों की अर्थी निकलते ही संपूर्ण मोहल्ला चित्कार से गूंज उठा।


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