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Cyber Crime: पुलिस महानिदेशक कार्यालय का अधिकारी बन कर रहा फर्जी कॉल, जानिए पूरा मामला Muzaffarpur News

इस बारे में सभी एसएसपी एसपी और रेल एसपी को कराया गया अवगत। पैरवी के लिए कॉल आने का पता लगते सत्यापन करने का दिया गया निर्देश।

By Murari KumarEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 09:37 PM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 09:37 PM (IST)
Cyber Crime: पुलिस महानिदेशक कार्यालय का अधिकारी बन कर रहा फर्जी कॉल, जानिए पूरा मामला Muzaffarpur News
Cyber Crime: पुलिस महानिदेशक कार्यालय का अधिकारी बन कर रहा फर्जी कॉल, जानिए पूरा मामला Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। उत्तर बिहार में साइबर अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां के दो जिले मुजफ्फरपुर और पश्चिम चंपारण में साइबर अपराधियों के अधिकारी बन लोगों काे चूना लगाने का मामला सामने आया है। मुजफ्फरपुर में पुलिस महानिदेशक कार्यालय का अधिकारी बन कर किया कॉल तो वहीं, पश्चिम चंपारण में बीडीओ के नाम पर बीएलओ के खाते से तीस हजार रुपये उड़ाए।

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 मुजफ्फरपुर में पुलिस महानिदेशक के कार्यालय का अधिकारी बनकर एक व्यक्ति फर्जी कॉल कर पैरवी कर रहा है। मुख्यालय ने इससे सभी एसएसपी, एसपी और रेल एसपी को पत्राचार कर अवगत कराया गया है। कहा गया कि लगातार मुख्यालय में ऐसी शिकायतें मिल रही है कि एक व्यक्ति खुद को पुलिस महानिदेशक कार्यालय का अधिकारी बताकर मोबाइल से कॉल करता है। उक्त पद का अनुचित लाभ लेकर क्षेत्रीय पदाधिकारियों को प्रभावित करने का प्रयास करता है। ऐसा फोन आने या जानकारी मिलने पर सत्यापन कर कानूनी कार्रवाई करने को कहा गया है। इसके साथ ही क्षेत्रीय पदाधिकारियों को भी इस संबंध में अविलंब अवगत करा दिया जाए। 

मुख्यमंत्री का पीए बन कॉल करने वाला ठेकेदार हुआ था गिरफ्तार 

दो माह पूर्व खबड़ा के एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया गया था। वह मुख्यमंत्री का पीए बनकर कई विधायकों और पुलिस अफसरों को कॉल कर पैरवी करता था। विभिन्न कार्यों को करवाने के लिए पैसे की डिमांड करता था। कई जनप्रतिनिधियों और पुलिस अफसरों से वह लाखों रुपये ऐंठ चुका था। इसी बीच एक विधायक ने उसकी पोल खोल दी। जब उन्हें उक्त ठेकेदार ने पैसे के लिए कॉल किया तो उन्हें संदेह हुआ था। वे अपने स्तर से छानबीन करने लगे तो सच्चाई सामने आई। इसके बाद मुख्यालय की टीम ने ही ठेकेदार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 

पश्चिम चंपारण में बीडीओ के नाम पर बीएलओ के खाते से उड़ाए तीस हजार 

फर्जी बीडीओ बनी एक महिला ने प्रखंड के चार बीएलओ के खाते से 30 हजार रुपये उड़ा लिए। पीडि़त बीएलओ ने  बीडीओ रश्मी कुमारी से इसकी शिकायत की है। बीडीओ ने बताया कि ठगी की सूचना मिली है। पीडि़तों  को थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा गया है। प्रभारी थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी लिखित शिकायत नही मिली है। आवेदन मिलने पर कार्रवाई होगी।

 बताया गया कि बीते 23 नवंबर की शाम एक महिला ने प्रखंड के करीब दर्जनभर से अधिक बीएलओ के मोबाइल पर रिंग कर खुद को बीडीओ बताते हुए बीएलओ के भुगतान के लिए खाता नंबर और मोबाइल पर भेजे गए ओटीपी की मांग की। पुरैना पंचायत के शिक्षक सह बूथ नंबर 257 के बीएलओ नसीम अख्तर ने बताया कि जैसे ही ओटीपी दिया। खाते से 19,800 रुपये निकाल लिए जाने का मैसेज आया।

 इसी प्रकार सिरिसिया पंचायत के बूथ संख्या 217 के बीएलओ ङ्क्षवदा पंडित के खाते से छह हजार, बेहरा पंचायत के झुमका सरेहवा टोला स्कूल के शिक्षक सह बीएलओ मोहम्मद फैयाज के खाते से 1400 रुपये एवं बूथ संख्या 216 के बीएलओ  महम्मद मुस्लिम के  खाते से भी रुपये की निकासी कर ली गई।  कुछेक अपनी सूझबूझ की वजह से ठगे जाने से बच गए। चार बीएलओ के खाते से करीब 30 हजार रुपये की निकासी कर ली गई। सिकटा के शिक्षक सह बीएललो माहवीर प्रसाद , मघिया प्राथमिक विद्यालय के राजन मांझी, गमरिया के नसीम हारूण ने बताया कि उनके पास भी फोन आया था। लेकिन बीडीओ और कार्यालय के कर्मियों ने इसे झूठा बताया तो इस चक्कर से बच गए।


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