Move to Jagran APP

मुजफ्फरपुर के दर्जनों गैरेज में चोरी के वाहनों की होती कटिंग

जिले के गैरेज में विभिन्न जगहों से चोरी के वाहनों की कटिंग होती है। दामोदरपुर से पकड़े गए चार शातिरों को भेजा गया जेल कांटी थानाध्यक्ष के बयान पर पांच आरोपितों पर प्राथमिकी दर्ज- डीटीओ से जारी 80 ड्राइविंग लाइसेंस और आठ आरसी बरामद।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 09:35 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 09:35 PM (IST)
मुजफ्फरपुर के दर्जनों गैरेज में चोरी के वाहनों की होती कटिंग
मुजफ्फरपुर में चोरी के वाहनों की होती है कटिंग। प्रतीकात्मक तस्वीर

मुजफ्फरपुर, जासं । जिले के दो दर्जन से अधिक गैरेजों में चोरी के वाहनों की कटिंग होने का पता पुलिस टीम को लगा है। कांटी के दामोदरपुर स्थित गैरेज और घर से पकड़े गए चार शातिरों से पूछताछ में इसकी जानकारी मिली है। एसएसपी जयंतकांत ने इसके लिए विशेष टीम का गठन किया है। इन सभी गैरेजों का पता लगाकर त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

prime article banner

पुलिस की मानें तो दामोदरपुर के अलावा, बैरिया, अहियापुर, चांदनी चौक, और सदर क्षेत्र में स्थित कई ऐसे गैरेज हैं, जिनमें चोरी के वाहनों की कटाई की जाती है। इन सभी को चिह्नित कर कार्रवाई शुरु कर दी गई है। इधर, एएसपी पश्चिमी सैयद इमरान मसूद के नेतृत्व में गठित टीम ने दामोदरपुर स्थित एक गैरेज से मो. जावेद, शशिभूषण, जितेन कुमार और सुनील कुमार को गिरफ्तार किया गया था। एएसपी पश्चिमी ने बताया कि कांटी थानाध्यक्ष कुंदन कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर चारों को शनिवार को जेल भेज दिया गया। इन चारों के अलावा गैरेज संचालक पवन श्रीवास्तव पर भी प्राथमिकी दर्ज हुई है। वह इस गिरोह का सरगना है। 

 डीटीओ में अच्छे संपर्क : 

पुलिस का कहना है कि पवन का डीटीओ में अच्छा संपर्क है। इसी के माध्यम से वह चोरी के वाहनों का फर्जी कागजात तैयार करवाता है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। जेल भेजा गया शशिभूषण, पवन का भाई है।

उत्तर बिहार में फैला है सिंडिकेट :

पुलिस छानबीन में पता लगा कि पवन का सिंडिकेट उत्तर बिहार के कई जिलों में फैला हुआ है। चोरी किए गए वाहन औने-पौने दाम में खरीदता है। इंजन और चेचिस नंबर पंचिंग करने के बाद इसका फर्जी कागजात तैयार करवाता है। फिर इसे अच्छे दाम पर बेच देता है। वैशाली, समस्तीपुर, मोतिहारी और दरभंगा समेत कई जिलों के वाहन चोरों से वह जुड़ा है। उसी के माध्यम से चोरी की वाहनों को खरीदता है। 

जब्त वाहनों का सत्यापन जारी :

कांटी थानाध्यक्ष ने बताया कि गैरेज से चार वाहन जब्त हुए हैं। इनमें एक पिकअप चोरी का पाया गया है। अन्य तीन वाहनों का सत्यापन किया जा रहा है। सभी वाहनों पर टेंपङ्क्षरग कर नंबर पंच किया गया है। नागालैंड से जारी लाइसेंस वाली एक पिस्टल भी बरामद हुई थी। इसे जब्त कर लिया गया है। इसके अलावा डीटीओ से जारी 80 ड्राइविंग लाइसेंस और आठ आरसी बरामद हुए हैं। लाइसेंस किस डीटीओ से जारी हुआ है, इसका पता किया जा रहा है। 

शेरपुर और अहियापुर में हुई थी कार्रवाई :

एक साल पूर्व शेरपुर और अहियापुर स्थित एक गैरेज में दूसरे जिले की पुलिस ने धावा बोला था। वहां से चोरी के कई वाहन बरामद हुए थे। गैरेज संचालक को जेल भेजा गया था। लेकिन, उसी इलाके में दूसरे गैरेजों में अब भी यह धंधा फल-फूल रहा है। 

बिचौलिए की तलाश में छापेमारी :

 एसएसपी ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में बीबीगंज, चांदनी चौक के कई बिचौलिए के नाम सामने आया है। ये सभी डीटीओ में मौजूद रहता है। इन सभी की पहचान कर ली गई है। गिरफ्तारी को लेकर टीम छापेमारी कर रही है। पवन श्रीवास्तव के पूरे गिरोह का पर्दाफाश शीघ्र करने की बात एसएसपी ने कही है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.