पश्चिम चंपारण में टीकाकरण के दौरान भीड़ बेकाबू, हंगामा कर कागजात फाड़े
बगहा दो प्रखंड के खरहट त्रिभौनी पंचायत का मामला सूचना पर पहुंची पुलिस ने संभाला मोर्चा विद्यालय के प्रधान शिक्षक पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप जांच कर कार्रवाई की मांग कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन जरूरी है।
पश्चिम चंपारण (बगहा), जासं। कोरोना से बचाव को लेकर चल रहे टीकाकरण अभियान के दौरान आए दिन हंगामे की सूचना मिलती रहती है। इस बीच सोमवार को बगहा दो प्रखंड के खरहट त्रिभौनी पंचायत में कागजात फाड़े जाने से नाराज भीड़ बेकाबू हो गई। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों को कमरे में छिपकर खुद को बचाना पड़ा। दरअसल, पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरहट में सोमवार को टीकाकरण किया जाना था।
पंचायत चुनाव की तिथि नजदीक आने के साथ ही कुछ प्रत्याशियों के द्वारा ग्रामीणों के टीकाकरण की पहल की गई और उनके आधारकार्ड की छायाप्रति को जमा कर विद्यालय के प्रधान शिक्षक संतोष कुमार सिंह को सौंप दिया गया। जब टीकाकरण टीम विद्यालय पहुंची तो अचानक भीड़ जुट गई। इस बीच पहले टीका लेने के चक्कर में लोगों के बीच टकराव होने लगा। ग्रामीणों को स्वास्थ्यकर्मी शांत कराने का प्रयास कर ही रहे थे कि अचानक से यह बात फैल गई कि प्रधान शिक्षक ने कई लोगों के आधारकार्ड की छायाप्रति फाड़ कर फेंक दी है। यह बात फैलते ही भीड़ बेकाबू हो गई और हंगामा करने लगी। आक्रोशित लोग प्रधान शिक्षक के विरोध में नारेबाजी करने लगे। जिसके कारण स्वास्थ्य कर्मियों ने वर्ग कक्ष में छिपकर जान बचाई। मामला बढ़ता देखकर पुलिस को सूचित किया गया। भैरोगंज के एएसआइ सुनील कुमार सदल बल के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को नियंत्रित किया। जिसके बाद टीकाकरण शुरू हो सका।
बगहा दो से पहुंची थी स्वास्थ्य कर्मियों की टीम
विद्यालय में कोविड टीकाकरण को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बगहा दो से एएनएम पुष्पा कुमारी, अनिता कुमारी, डाटा ऑपरेटर अशोक कुमार, आशीष कुमार आदि पहुंचे थे। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा थी। इस बीच अचानक कागजात फाड़े जाने की बात फैल गई। जिसके बाद भीड़ बकाबू हो गई। एएनएम पुष्पा कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के हुड़दंग के कारण प्रधानाचार्य द्वारा आधार कार्ड की प्रतिलिपि को केवल फेंक दिया गया। प्रतिलिपि फाड़ने का आरोप बेबुनियाद है।
प्रधान शिक्षक ने कहा
ग्रामीणों का आरोप बेबुनियाद है। संपूर्ण घटनाक्रम राजनीति से प्रेरित है। मुझे इसमें बेवजह घसीटा जा रहा है। मैंने स्वास्थ्य कर्मियों को भीड़ से बचाया। कुछ लोगों के द्वारा मेरे खिलाफ ग्रामीणों को भड़का कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का प्रयास किया गया। मैंने ही हंगामे की सूचना पुलिस को दी।
संतोष कुमार सिंह, प्रधान शिक्षक।