अंतिम वर्ष की परीक्षा अटकी होने से विद्यार्थियों के कॅरियर पर संकट
बीटेक पॉलिटेक्निक और बीफार्मा समेत इंजीनियरिग और मेडिकल के अंतिम वर्ष के सैकड़ों विद्यार्थियों की अंतिम वर्ष की परीक्षा अटकी होने से विद्यार्थियों के कॅरियर पर संकट मंडरा रहा है।
मुजफ्फरपुर। बीटेक, पॉलिटेक्निक और बीफार्मा, समेत इंजीनियरिग और मेडिकल के अंतिम वर्ष के सैकड़ों विद्यार्थियों की अंतिम वर्ष की परीक्षा अटकी होने से विद्यार्थियों के कॅरियर पर संकट मंडरा रहा है। जॉब के लिए विभिन्न कंपनियों द्वारा सैकड़ों विद्यार्थियों का कैंपस प्लेसमेंट सलेक्शन हो चुका है। लेकिन, उनकी अंतिम वर्ष की परीक्षा पर अबतक कोई फैसला नहीं हुआ है। एआइसीटीई और यूजीसी की ओर से भी अबतक निर्णय नहीं लिया जा सका है कि परीक्षा का पैटर्न क्या होगा या परीक्षा का आयोजन कैसे होगा। वहीं, जिन विद्यार्थियों का प्लेसमेंट सलेक्शन हो चुका है उन्हें कंपनियां तभी योगदान करने देंगी जब परीक्षा का आयोजन हो जाएगा। ऐसे में विद्यार्थियों का कहना है कि विवि जल्द से जल्द परीक्षा पर फैसला ले, ताकि उनके भविष्य पर इसका दुष्प्रभाव नहीं पड़े।
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बोले विद्यार्थी, विवि करे विचार : 'कोरोना ने तो दोहरी मार दी है। एक तो ऑनलाइन पढ़ाई हुई जिसके कारण कुछ परेशानी हुई। टीसीएस में प्लेसमेंट हो चुका है और ज्वाइनिग की बारी है तो परीक्षा के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। परीक्षा पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो यह मौका भी हमलोगों के हाथों से चला जाएगा।'
- हिमांशु राज
छात्र, इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्यूनिकेशन, एमआइटी
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'एचसीएल में प्लेसमेंट हो चुका है। कंपनी की ओर से परीक्षा के लिए कई बार पूछा जा चुका है। लेकिन, अबतक इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई है कि परीक्षा कब होगी। इस कारण तनाव बढ़ रहा है। विवि और कॉलेज को चाहिए कि परीक्षा किसी भी माध्यम से कराए ताकि हम योगदान दे सकें।'
- अनुभव श्रीवास्तव
छात्र, मैकेनिकल इंजीनियरिग, एमआइटी
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'विप्रो में प्लेसमेंट हुआ तो काफी उत्साहित था कि जल्द परीक्षा हो और नए सफर की शुरूआत हो। लेकिन, कोरोना ने इसपर पानी फेर दिया। अब इंतजार कर रहे कि जल्द परीक्षा हो और उसके बाद कंपनी योगदान कराए।'
-आदित्य रंजन
छात्र, आइटी, एमआइटी
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'इंफोसिस में प्लेसमेंट हो गया। लेकिन, अब बीटेक अंतिम वर्ष की परीक्षा पर निगाहें टिकी हैं कि जल्द परीक्षा हो। नहीं तो जॉब के लिए भागदौड़ करनी होगी।'
- विद्या प्रभा
छात्रा, आइटी, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी
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