राम मंदिर पर जल्द फैसला दे कोर्ट : मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर पर न्यायालय को जल्द फैसला देना चाहिए। हम विकास के मुद्दे पर अगला चुनाव लड़ेंगे।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन) । केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा करोड़ों लोगों की भावना से जुड़ा है। न्यायालय को इस पर जल्द फैसला देना चाहिए। अयोध्या राम की जन्मभूमि है। वहां भगवान राम का भव्य मंदिर ही बनेगा। हम विकास के मुद्दे पर अगला चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, राम मंदिर हमारा चुनावी एजेंडा नहीं होगा।
वे शुक्रवार को बेंता स्थित पूर्व कुलपति व भाजपा नेता डॉ. समरेंद्र प्रताप सिंह के आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि दरभंगा बीजेपी का गढ़ रहा है। यहां से बीजेपी के उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेंगे। डीएमसीएच में चूहे के कुतरने से हुई बच्चे की मौत को अस्पताल प्रशासन व राज्य सरकार को गंभीरता से लेनी चाहिए। ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।
मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत गरीबी रेखा से नीचे रह रहे 10 करोड़ लोगों के लिए मुफ्त चिकित्सा व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 40 प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे गुजर करने वाले लोगों को फायदा मिल रहा है। बाद में मंत्री ने सदस्यता अभियान में केंद्र सरकार की उपलब्धि बताते हुए अधिक से अधिक लोगों को बीजेपी से जुडऩे का आग्रह किया।
इससे पूर्व मधुबनी नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए सहयोग एवं परामर्श प्रदान करने के लिए मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए सौ दिन के रोड मैप में बिहार के तीन समेत देश के एक सौ जिलों का चयन किया गया है। कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के कारण पीएम द्वारा शुक्रवार को उक्त जिलों में एक साथ छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए संवेग कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। इसके तहत मधुबनी जिला को मधुबनी पेंटिंग्स कलस्टर के लिए चुना गया है।
मधुबनी पेंटिंग्स विश्व प्रसिद्ध है। यह किसी ब्रांडिंग के लिए मोहताज नहीं है। मधुबनी पेंटिंग्स के कलाकारों के लिए और भी अच्छे दिन आ गए हैं। छोटे उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए यह संवेग कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग को आसानी से ऋण उपलब्ध कराना है। कम पूंजी में अधिक से अधिक रोजगार सृजन करना है।
कृषि के बाद देश में सबसे अधिक रोजगार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग ही उपलब्ध करा रहा है। निर्यात में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की हिस्सेदारी 45 फीसद है। 633.8 लाख छोटे उद्योगों से 11 करोड़ लोग रोजगार पा रहे हैं। इसमें केंद्र सरकार के कई मंत्रालय सहयोग कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान पोर्टल से 59 उद्यमियों को ऋण की स्वीकृति भी प्रदान की गई। कार्यक्रम को डीएम शीर्षत कपिल अशोक, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास विभाग के संयुक्त सचिव एन श्रवण कुमार ने भी संबोधित किया।