सात सूत्री मांगों को लेकर निगमकर्मियों ने किया प्रदर्शन
संविदा एवं दैनिक वेतन पर बहाल कर्मचारियों की सेवा स्थायी करने एवं निजीकरण के खेल को बंद करने समेत सात्र सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम कर्मचारियों ने शुक्रवार को कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
मुजफ्फरपुर। संविदा एवं दैनिक वेतन पर बहाल कर्मचारियों की सेवा स्थायी करने एवं निजीकरण के खेल को बंद करने समेत सात्र सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम कर्मचारियों ने शुक्रवार को कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। नगर निगम कर्मचारी संघ के बैनर तले आयोजित प्रदर्शन को संबोधित करते हुए बिहार लोकल बॉडिज इंप्लाइज फेडरेशन के महामंत्री अशोक कुमार सिंह ने कहा कि शहरवासियों की सेवा में दिन-रात लगे कर्मचारियों की उपेक्षा की जा रही है। कोरोना संकट काल में अपने जान को जोखिम में डालकर काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा एवं उनके भविष्य की अनदेखी की गई। उन्होंने सरकार से संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की सेवा स्थायी करने एवं निगम में एनजीओ की प्रथा बंद करने की मांग की। संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार ने निगम प्रशासन से कर्मचारियों की मागों को पूरा करने को कहा। संघ के मंत्री सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जो आगे बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन को संघ के संरक्षक विजय कुमार, गरीबनाथ, लाल बाबू प्रसाद आदि ने संबोधित किया।
कर्मचारी संघ की मांगें :
- संविदा पर 240 दिन काम करने वाले संविदा एवं दैनिक वेतन कर्मियों की सेवा स्थायी की जाए।
- संविदा एवं दैनिक कर्मियों को प्रतिमाह 18 हजार रुपये वेतन दिया जाए।
- नगर निगम कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना लागू किया जाए।
-आठ घंटे की जगह 12 घटे काम करने के आदेश को वापस लिया जाए।
- मजदूरों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए।
- वेतन विसंगति को दूर किया जाए एवं अनुकंपा नियुक्ति पर लगी रोक हटाई जाए।
- निगम में एनजीओ प्रथा एवं निजीकरण के खेल को बंद किया जाए।