खुशखबरी : नेपाल जाने की राह होगी आसान, जनवरी से शुरू होगा पीपराकोठी-रक्सौल एनएच का निर्माण
रांची के रामकृपाल ङ्क्षसह कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है एनएच के निर्माण का टेंडर, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने दी इसकी स्वीकृति।
By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 03:37 PM (IST)Updated: Wed, 19 Dec 2018 03:37 PM (IST)
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। अगर आप नेपाल भाया पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल होकर जाना चाहते हो तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आने वाले दिनों में जिले के पीपराकोठी-रक्सौल एनएच की जर्जर स्थिति से निजात मिल जाएगा। कई वर्षाे से उपरोक्त एनएच के निर्माण का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। एनएच के निर्माण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने स्वीकृति दे दी है। अगले वर्ष 2019 के जनवरी माह से सड़क निर्माण भी शुरू हो जाएगा।
इसकी जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि प्रो. डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि पीपराकोठी से लेकर रक्सौल माइक्रोवेव टॉवर तक टू लेन व यहां से लेकर आईसीपी तक फोर लेन सड़क का निर्माण होगा। साथ ही तीन आरओबी का भी निर्माण होगा। इसके साथ ही इसके मरम्मती का कार्य भी इसी कंपनी को करना है। निर्माण की जबावदेही रांची की कंपनी को दी गई है।
दिल्ली-काठमांडू को जोडऩे वाली मुख्य पथ है पीपराकोठी-रक्सौल एनएच
पीपराकोठी-रक्सौल एनएच दिल्ली-काठमांडू को जोडऩे वाली मुख्य पथ है। इस मार्ग के कई वर्षाे से जर्जर स्थिति के कारण लोग वहां जाना नहीं चाहते थे। इस कारण भारत व नेपाल का व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ। उक्त एनएच का निर्माण करने वाली एजेंसी को बार-बार कड़ी चेतावनी देने के बाद भी इसका किसी प्रकार का असर नहीं पड़ा। आखिरकार एनएच निर्माण की जिम्मेदारी दूसरी एजेंसी को सौंपी गई है। इस निर्णय से काफी राहत महसूस की जा रही है।
निर्माण पर खर्च होंगे 333 करोड़ 60 लाख रुपये
पीपराकोठी-रक्सौल एनएच के निर्माण पर 333 करोड़ 60 लाख 73 हजार 536.78 रुपये खर्च होंगे। इसका टेंडर रांची के रामकृपाल ङ्क्षसह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिया है। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने स्वीकृति दे दी है। बता दें कि उक्त सड़क का निार्मण कार्य तातिया कंस्ट्रक्शन के द्वारा किया जा रहा था। समय पर कार्य नहीं होने और जर्जर एनएच के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई थी जिसका कांट्रेक्ट सांसद डॉ. संजय जायसवाल के प्रयास से निरस्त कराया गया। इसके बाद 17 करोड़ की लागत से मोटरेबुल बनाया गया है।
इस सड़क के निर्माण की दिशा में सांसद श्री जायसवाल लगातार प्रयासरत रहे और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से हमेशा संपर्क बनाए रहे। जिसका नतीजा कि तांतिया का कांट्रेक्ट रद हुआ और दूसरे कंपनी को निर्माण कार्य का टेंडर हुआ। इस कार्य को ले सांसद प्रतिनिधि राजकिशोर राय भगत, भाजपा जिला प्रवक्ता गुड्डू ङ्क्षसह, भाजयुमो के क्षेत्रीय प्रभारी ई. जीतेन्द्र कुमार एवं रक्सौल जिला अध्यक्ष प्रो. मनीष दूबे ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री व सांसद को बधाई देते हुए कहा है कि एनएच निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने से लोगों ने राहत महसूस की है।
इसकी जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि प्रो. डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि पीपराकोठी से लेकर रक्सौल माइक्रोवेव टॉवर तक टू लेन व यहां से लेकर आईसीपी तक फोर लेन सड़क का निर्माण होगा। साथ ही तीन आरओबी का भी निर्माण होगा। इसके साथ ही इसके मरम्मती का कार्य भी इसी कंपनी को करना है। निर्माण की जबावदेही रांची की कंपनी को दी गई है।
दिल्ली-काठमांडू को जोडऩे वाली मुख्य पथ है पीपराकोठी-रक्सौल एनएच
पीपराकोठी-रक्सौल एनएच दिल्ली-काठमांडू को जोडऩे वाली मुख्य पथ है। इस मार्ग के कई वर्षाे से जर्जर स्थिति के कारण लोग वहां जाना नहीं चाहते थे। इस कारण भारत व नेपाल का व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ। उक्त एनएच का निर्माण करने वाली एजेंसी को बार-बार कड़ी चेतावनी देने के बाद भी इसका किसी प्रकार का असर नहीं पड़ा। आखिरकार एनएच निर्माण की जिम्मेदारी दूसरी एजेंसी को सौंपी गई है। इस निर्णय से काफी राहत महसूस की जा रही है।
निर्माण पर खर्च होंगे 333 करोड़ 60 लाख रुपये
पीपराकोठी-रक्सौल एनएच के निर्माण पर 333 करोड़ 60 लाख 73 हजार 536.78 रुपये खर्च होंगे। इसका टेंडर रांची के रामकृपाल ङ्क्षसह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिया है। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने स्वीकृति दे दी है। बता दें कि उक्त सड़क का निार्मण कार्य तातिया कंस्ट्रक्शन के द्वारा किया जा रहा था। समय पर कार्य नहीं होने और जर्जर एनएच के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई थी जिसका कांट्रेक्ट सांसद डॉ. संजय जायसवाल के प्रयास से निरस्त कराया गया। इसके बाद 17 करोड़ की लागत से मोटरेबुल बनाया गया है।
इस सड़क के निर्माण की दिशा में सांसद श्री जायसवाल लगातार प्रयासरत रहे और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से हमेशा संपर्क बनाए रहे। जिसका नतीजा कि तांतिया का कांट्रेक्ट रद हुआ और दूसरे कंपनी को निर्माण कार्य का टेंडर हुआ। इस कार्य को ले सांसद प्रतिनिधि राजकिशोर राय भगत, भाजपा जिला प्रवक्ता गुड्डू ङ्क्षसह, भाजयुमो के क्षेत्रीय प्रभारी ई. जीतेन्द्र कुमार एवं रक्सौल जिला अध्यक्ष प्रो. मनीष दूबे ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री व सांसद को बधाई देते हुए कहा है कि एनएच निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने से लोगों ने राहत महसूस की है।
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