मुजफ्फरपुर में सीएम, नगर विकास मंत्री सहित पांच पर परिवाद दायर, जानिए पूरा मामला
अतिक्रमण के कारण उत्पन्न हुई परेशानियों के कारण उपरोक्त लोगों पर शनिवार को अधिवक्ता सुशील कुमार सिंह ने परिवाद दायर किया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुजफ्फरपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नगर विधायक सह बिहार सरकार के नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा के अलावा तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी मो. सुहैल व वरीय पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर मनोज कुमार के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर हुआ है।
अतिक्रमण के कारण उत्पन्न हुई परेशानियों के कारण उपरोक्त लोगों पर शनिवार को अधिवक्ता सुशील कुमार सिंह ने परिवाद दायर किया है। दायर परिवाद में अधिवक्ता श्री सिंह ने आरोप लगाया है कि वह 14 दिसंबर को अपने घर अघोरिया बाजार से सुबह के 10 बजकर 30 मिनट पर न्यायालय के लिए अपने मुवक्किल के साथ निकले थे जहां वे जाम में फंस गए।
परिवार में आरोप लगाया गया है कि वे जब मुख्य चौक पर पहुंचे तो देखा कि बड़ी गाडिय़ों का प्रवेश निषेध होने के बावजूद ट्रैक्टर व ट्रक शहर की ओर जा रहा था जिसके कारण उक्त चौक पूरी तरह जाम हो गया था। साथ ही इस दौरान ट्रैफिक पुलिस चुपचाप खड़ी थी। जाम के कारण उन्हें अघोरिया बाजार चौक से व्यवहार न्यायालय आने में करीब तीन घंटे से ज्यादा समय लग गया।
जब वे व्यवहार न्यायालय पहुंचे तो उनके मुवक्किल का कार्य बाधित हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि जाम की समस्या के पीछे वसूली मुख्य कारण है। अतिक्रमणकारियों से वसूली की जाती है। जाम के कारण पर्यावरण को भी नुकसान होने की बात कही है।