बाढ़ के पानी में बच्चों को डुबोकर मार डालने के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान, जानिए क्या कहा
डीएम के रिपोर्ट नहीं भेजने पर National Commission for Protection of Child Rights ने जताया खेद। पुन पत्र भेजकर पंद्रह दिनों के अंदर पूर्ण जांच रिपोर्ट से अवगत कराने को कहा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बाढ़ के पानी में बच्चों को डुबोकर मार डालने के मामले में जिलाधिकारी द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजे जाने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की तरफ से पत्र में गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा गया है कि इस प्रकरण में शीघ्र जांच कर रिपोर्ट से आयोग को अविलंब अवगत कराने का गत साल सितंबर में निर्देश दिया गया था। चार महीने बाद भी अभी तक इस प्रकरण में किसी प्रकार की सूचना आपसे प्राप्त नहीं हुई है, जो अति खेदजनक है। अत: आपको पुन: निर्देश दिया जाता है कि उपरोक्त प्रकरण की पूर्ण जांच रिपोर्ट से आयोग को पंद्रह दिनों के भीतर अवगत कराना सुनिश्चित करें।
बता दें कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने टिवटर पर प्रकाशित खबर पर स्वत: संज्ञान लिया था। पत्र में बताया गया कि टिवटर पर प्राप्त खबर के अनुसार बिहार में आई बाढ़ में 70 लोग मरे थे। उनके बीच में एक तीन माह के मृत बच्चे की तस्वीर भी प्रकाशित हुई थी।
प्रकाशित खबर के अनुसार तस्वीर जिले के शीतलपट्टी गांव की है। खबर में मृत बच्चे की दादी के हवाले से बताया गया कि मां रीना नहलाने के लिए चारों बच्चों को लेकर नदी पर गई थी। वहां तीन बच्चे बाढ़ के पानी में डूब गए। एक बच्ची को बचा लिया गया। प्रकाशित खबर में डीएम के हवाले से बताया गया कि रीना का पति शत्रुघ्न से झगड़ा हो गया था। इसके चलते उसने बच्चों के साथ नदी में कूदकर खुदकशी करने की कोशिश की थी। किसी तरह उसे लोगों ने बचा लिया था।
इन बिंदुओं पर रिपोर्ट तलब
प्रकरण में दर्ज प्राथमिकी की स्पष्ट व सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराने। कुल कितने नाबालिग बच्चों की इस प्रकरण में मृत्यु हुई। सभी मृत बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की छायाप्रति। क्या सभी मृत बच्चों के शव बरामद हो गए? जैसा कि प्रकाशित हुआ है कि मां ने ही बच्चों को मारा है। अगर हां तो उसके खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट की छायाप्रति। प्रकरण में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट की छायाप्रति। प्रकरण से संबंधित और कोई आवश्यक जानकारी। इन सभी बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गई है।