घरेलू गैस सिलेंडर का व्यावसायिक इस्तेमाल, कालाबाजारी पर अंकुश नहीं
होटलों छात्रावासों विवाह समारोह और ठेले खोमचों पर घरेलू सिलेंडर की हो रही खपत। उज्ज्वला योजना के सिलेंडरों की व्यावसायिक संस्थानों में हो रही सप्लाई।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की जिले में कालाबाजारी हो रही। होटलों, छात्रावासों, समारोह और ठेले-खोमचों में इसका इस्तेमाल किया जा रहा। इससे आम उपभोक्ताओं का हित प्रभावित हो रहा। व्यावसायिक सिलेंडर सिर्फ बचाव व दिखाने के लिए रखे जाते। घरेलू सिलेंडरों की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासन की अपेक्षा ऑयल कंपनियों के पदाधिकारियों से है। जबकि, ऑयल कंपनियों के पदाधिकारी प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद रखते हैं। इस उम्मीद और अपेक्षा में कालाबाजारी पर कोई अंकुश नहीं लग रहा।
सूत्र बताते हैं कि जिले में होटलों और छात्रावासों के संचालकों की गैस एजेंसियों से मिलीभगत है। शहर की सभी एजेंसियों के पास उज्ज्वला योजना के सैकड़ों घरेलू सिलेंडर पड़े रहते हैं। गरीब उपभोक्ता मूल्य अदायगी नहीं कर पाते। ऐसे में उनका सिलेंडर एजेंसी के गोदाम में पड़ा रहता है। ऐसे सिलेंडरों को एजेंसियों द्वारा ग्राहक के खाते में दिखाकर होटलों, छात्रावासों समेत अन्य व्यावसायिक उपयोग के लिए दे दिया जाता है। एलपीजी एवं व्यावसायिक सिलेंडर के मूल्य में करीब 700 रुपये का अंतर है। घरेलू गैस 300 रुपये प्रति सिलेंडर अधिक लेकर बेच दी जाती है। इससे एजेंसी और संस्थानों को फायदा हो जाता है।
दर का अंतर
-मई में एलपीजी गैस सिलेंडर 14 किलो का मूल्य 805 रुपये
-व्यावसायिक गैस सिलेंडर 19 किलो का मूल्य 1499.50 रुपये
आंकड़ों पर नजर
-जिले में 35 गैस एजेंसियां
-सामान्य उपभोक्ता पांच लाख
-उज्ज्वला योजना में कनेक्शन छह लाख
एसडीओ पूर्वी ने कहा-होटलों की कराई जाएगी जांच
मुजफ्फरपुर के एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने कहा कि गैस की कालाबाजारी की कोई शिकायत प्रशासन को नहीं मिली है। इसके कारण होटलों एवं अन्य प्रतिष्ठानों पर छापेमारी नहीं होती। इस बाबत अगले माह होटलों की जांच कराई जाएगी।
इंडियन ऑयल के एरिया मैनेजर ने कहा- प्रशासन से समन्व य कर अगले माह की जाएगी बैठक
इंडियन ऑयल मुजफ्फरपुर के एरिया मैनेजर अमन विश्वकर्मा ने कहा कि प्रशासन से समन्वय कर अगले माह बैठक की जाएगी। इसे लेकर कार्ययोजना बनाई जाएगी। हमारी कोशिश व्यावसायिक सिलेंडरों की अधिक से अधिक बिक्री करने की रहेगी।
अवैध रिफिलिंग का धंधा, नाम 'गृह सेवा'
जिले में घरेलू एलपीजी सिलेंडर से छोटे सिलेंडरों में रिफिलिंग का अवैध धंधा जोरों पर चल रहा। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पांच किलो के सिलेंडर में रिफिलिंग होती है। कई बार सिलेंडर में विस्फोट और अगलगी की घटनाएं हो चुकी हैं। शहर में अघोरिया बाजार, कलमबाग रोड, सरैयागंज, भगवानपुर चौक, अहियापुर चौक, जीरो माइल, कल्याणी आदि के अलावा गांवों के हाट बाजार एवं प्रखंडों में धंधा होता है।
प्रशासन की नजरों से बचने के लिए दुकानों पर 'गृह सेवा' के नाम से बोर्ड लगा रहता है। दुकानदार जैसा ग्राहक देखते, वैसा रुपये लेते हैं। 100 रुपये किलो तक दाम दुकानदार बेधड़क लेते हैं। यानी एक सिलेंडर से 1400 रुपये की वसूली हो रही। जबकि, कालाबाजारी में ये हजार रुपये में सिलेंडर खरीदते हैं।
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