बीएड में नामांकन को विद्यार्थियों को कॉलेज एलॉट
बीएड में नामांकन के लिए बुधवार को नोडल विवि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से छात्र-छात्राओं की वाइस के अनुसार कॉलेज एलॉट कर दिया गया।
मुजफ्फरपुर : बीएड में नामांकन के लिए बुधवार को नोडल विवि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से छात्र-छात्राओं की च्वाइस के अनुसार कॉलेज एलॉट कर दिया गया। राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो.अजीत कुमार ने बताया कि जिन छात्र-छात्राओं को कॉलेज एलॉट कर दिया गया है वे संबंधित विश्वविद्यालय के मुख्यालय में काउंटर पर प्रमाणपत्रों की जांच कराने के बाद प्रोविजनल नामांकन ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें तीन हजार रुपये जमा करने होंगे। बताया कि छात्र-छात्राओं की ओर से जो च्वाइस दी गई थी उसी के अनुसार उन्हें कॉलेज आवंटित किया गया है। हालांकि कुछ कॉलेजों में सीट से कम छात्र-छात्राओं का आवंटन किया गया है। इसके पीछे कारण बताया गया है कि छात्र-छात्राओं ने कम कॉलेजों का विकल्प दिया था। अब ऑन स्पॉट नामांकन के दौरान विद्यार्थी इन कॉलेजों का विकल्प दे सकेंगे।
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स में ऑन स्पॉट नहीं होगा नामांकन
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स में ऑन स्पॉट नामांकन नहीं होगा। कॉलेजों में रिक्त सीटों को भरने के लिए अब नोडल विवि ललित नारायण मिथिला विवि दरभंगा के मुख्यालय में ही काउंसिलिग की जाएगी। बीआरए बिहार विवि के इस कोर्स के नोडल पदाधिकारी सह डीएसडब्ल्यू डॉ.अभय कुमार सिंह ने बताया कि विवि की ओर से सीटों को भरने के लिए ऑन स्पॉट नामांकन का प्रस्ताव दिया था। लेकिन, राज्य नोडल पदाधिकारी ने मिथिला विवि के पदाधिकारियों से वार्ता के बाद बताया कि इस कोर्स में ऑन स्पॉट नामांकन का प्रावधान नहीं है। काउंसिलिग के माध्यम से ही नामांकन होगा। अबतक आरडीएस कॉलेज में दो राउंड में काउंसिलिग हुई है। इसमें पांच दिनों में 1400 छात्र-छात्राओं को बुलाया गया था। लेकिन, अबतक 200 छात्र-छात्राओं ने ही अपना प्रोविजनल नामांकन कराया है। बीआरए बिहार विवि के ही चार कॉलेजों में इस कोर्स के संचालन की मान्यता मिली है। प्रत्येक कॉलेज में सौ सीट निर्धारित हैं। इसकी प्रवेश परीक्षा में 4000 से अधिक छात्र-छात्राएं सफल हुई थीं। आगे दो दिनों की काउंसिलिग की जाएगी। इसमें सफल हुए छात्र-छात्राओं को काउंसिलिग के लिए मिथिला विवि जाना होगा। हालांकि, काउंसिलिग की तिथि निर्धारित नहीं की गई है। बता दें कि इस कोर्स की फी अधिक होने से काउंसिलिग के लिए आए काफी छात्र-छात्राएं बिना नामांकन लिए ही वापस लौट गए। इस कोर्स के लिए 75 हजार रुपये प्रतिवर्ष के हिसाब से चार वर्षों के लिए तीन लाख रुपये फी तय की गई है।