Sawan Somvar 2020 : प्रमुख मंदिरों के बंद मिले कपाट तो श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक के लिए चुने ये रास्ते
Sawan Somvar 2020 प्रशासन की आेर से मंदिरों में धार्मिंक आयोजन पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद भक्तों ने गली-मोहल्लों की मंदिरों ने किया जलार्पण। अधिकांश घर में ही रहे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आज सावन की पहली सोमवारी है। प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के कारण सभी मंदिरों में सावन के दौरान धार्मिंक आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। भक्तों से घर पर पूजा करने के लिए कहा है। बावजूद इसके कुछ श्रद्धालु आज की सुबह प्रमुख मंदिर पहुंच गए। जब वहां उन्हें जलाभिषेक की कोई गुंजाइश नहीं दिखी तो उसके मंदिर कैंपस में ही जलार्पण कर लौट गए। कुछ इस तरह के भक्त भी दिखे जो प्रमुख मंदिरों की जगह गली मोहल्लों के मंदिरों में गए और वहां पूजा अर्चना की।
अधिकांश मंदिरों में सन्नाटा ही पसरा रहा
वैसे शहर के अधिकांश मंदिरों में सन्नाटा ही पसरा रहा। बाबा गरीबनाथ स्थान मंदिर में जहां अन्य वर्षों में लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते थे वहां इस साल सन्नाटा दिख रहा है। मंदिर को बैरिकेड कर दिया गया है। जिससे किसी भी प्रकार की असहज स्थिति वहां उत्पन्न न हो जाए।
धार्मिंक कार्यक्रम के आयोजन पर पूर्णत : प्रतिबंध
वैसे जिला प्रशासन ने मंदिरों में पूजा करने से रोकने के आदेश का अनुपालन कराने को लेकर मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती कर रखी है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह पहले ही आदेश दे चुके हैं कि मंदिरों में किसी प्रकार के धार्मिंक कार्यक्रम व बड़े समूहों के आयोजन पर पूर्णत : प्रतिबंध रहेगा। इसके मद्देनजर एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने धार्मिंक स्थलों के समीप निर्देश का अनुपालन कराने के लिए मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया है। जिसमें बताया है कि जिले के विभिन्न प्रमुख मंदिर जैसे गरीबनाथ मंदिर के मुख्य द्वार, मंदिर के पश्चिम डेयरी के पास, माखनसाह चौक सोनारपट्टी के मुख्य चौराहा पर छह मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा बाबा दूधनाथ मंदिर पर मजिस्ट्रेट व पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। खगेश्वरनाथ मंदिर मतलुपुर बंदरा, बाबा भैरवनाथ मंदिर औराई में भी पदाधिकारियों की तैनाती की गई है।