India-Nepal Tension : नेपाली पीएम की राजनीति नागरिकों को पसंद नहीं, बोले, खत्म नहीं होने देंगे बेटी-रोटी का संबंध
India-Nepal Tension नेपाली नागरिक सोशल साइट पर चलाने लगे अभियान। भारत-नेपाल संबंध अटूट रखने की वकालत। मधेश क्षेत्र के लोग ज्यादा सक्रिय।
मधुबनी, जेएनएन। चीन की ओर नेपाल का बढ़ता झुकाव वहां के नागरिकों को रास नहीं आ रहा। वे भारत की कीमत पर इस संबंध के पक्ष में नहीं हैं। भारत से रिश्ते को बेहतर करने के लिए मधेश क्षेत्र में सोशल मीडिया व साइट्स पर अभियान चलने लगा है। यह वही क्षेत्र है, जहां पहले भी बड़ा आंदोलन हो चुका है। कई लोगों ने जान गंवाई थी। मधेशियों का कहना है कि भारत-नेपाल का संबंध बेटी-रोटी का है। पारिवारिक रिश्ता है। इसे किसी कीमत पर खत्म नहीं होने देंगे।
सत्ता के लिए संबंध खत्म करना गलत
जनकपुर के नेपाली कांग्रेस पार्टी से संबंध रखने वाले राकेश विक्रम ने फेसबुक पर पोस्ट किया है कि कोई अपनी राजनीति के लिए दो देशों के रिश्ते को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है तो जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। हम अगर भारत विरोधी हैं तो हमें राष्ट्र भक्त नहीं कहलाना है। हम भारत के साथ युद्ध करके रिश्ता नहीं तोड़ सकते। क्योंकि, हमारे रिश्तेदार दोनों तरफ हैं। हम क्यों नहीं मसले को शांति से बैठकर हल करना चाहते? सत्ता के लिए भाइयों को आपस में तोडऩे से कोई फायदा नहीं।
नेपाल और भारत का संबंध अटूट
बलराम गुप्ता भी पोस्ट के जरिए कह रहे कि सावधान, भारत से हमारा रिश्ता दो देशों का नहीं, बल्कि भाई-भाई का है। जनकपुर के आंनद ठाकुर भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कह रहे, 'नेपाल और भारत का संबंध अटूट है। भले ही दोनों देशों के बीच में सीमा रेखा है। मगर, जो हृदय व खून का संबंध होता है, वह सीमा रेखा से बड़ा होता है। हमारा भारत के साथ खून व संस्कृति का संबंध है। भगवान श्रीराम व माता जानकी के समय से हमारा अटूट संबंध है। पशुपतिनाथ, मुक्तिनाथ, केदारनाथ, अमरनाथ का हमारा संबंध है। अराजक तत्व हर राष्ट्र में होते हैं। हमारे राष्ट्र में भी हैं। इसलिए आपसी सद्भावना बनी रहे और संबंध कायम रहे।Ó
सरकार भारत के साथ करे बातचीत
जनकपुर के महावीर युवा कमेटी के रवि शर्मा ने कहा कि सरकार को भारत के साथ बातचीत करनी चाहिए। भारत के साथ उनका खून का रिश्ता है। इसे किसी भी सूरत में टूटने नहीं देंगे। मोहन साह, कृष्णा भगत, मटिहानी के रौशन कुमार भगत, राजबिराज के संजय कुमार समेत सैकड़ों मधेशी नेपाल सरकार के रवैये से खफा हैं।
अब रिश्तेदारों से भी नहीं मिल पा रहे
भारत के पिपरौन निवासी रणवीर सिंह, उतरा के कामेश्वर भगत, सुभाष भगत, मुन्ना साफी, बंटी सिंह और अमित कुमार मंडल आदि कहते हैं कि नेपाल में लॉकडाउन को लेकर कई माह से बॉर्डर सील है। वे रिश्तेदारों से नहीं मिल पा रहे। सोशल साइट से हाल-चाल ले रहे। नेपाल सरकार भारत के साथ रिश्ते को खत्म करने की रणनीति पर काम कर रही है। अगर ऐसे हालात रहे तो वे बेटी, बहू व भाई से बिछड़ जाएंगे। इसलिए भारत व नेपाल सरकार को समन्वय बनाकर रिश्ते को कायम रखने की दिशा में कदम उठाना चाहिए।