Move to Jagran APP

चीन को आर्थिक मार, बिहार के इस जिले में नहीं लगेंगे चीन निर्मित बीएसएनएल के 4जी टावर

BSNL की ओर से समस्तीपुर में 18 टावर लगाने की योजना पर फिलहाल ब्रेक। अब देश निर्मित 4-जी टावर लगाया जाएगा।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 03:10 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 03:10 PM (IST)
चीन को आर्थिक मार, बिहार के इस जिले में नहीं लगेंगे चीन निर्मित बीएसएनएल के 4जी टावर
चीन को आर्थिक मार, बिहार के इस जिले में नहीं लगेंगे चीन निर्मित बीएसएनएल के 4जी टावर

समस्तीपुर,[प्रकाश कुमार]। दूरसंचार विभाग ने चीन के साथ पूर्व में किए अपने सभी करार रद कर दिए हैं। इसका असर समस्तीपुर पर भी पड़ा है। शहरी क्षेत्र के अलावा रोसड़ा, दलसिंहसराय, पूसा और ताजपुर में लगने वाले 4-जी के 18 टावर अब नहीं लगेंगे। यहां बीएसएनएल के 116 टावर हैं। जिसमें 3-जी के 39 और 2-जी के 77 बीटीएस टावर हैं।

prime article banner

हर वक्त साइबर सुरक्षा का डर

बीएसएनएल के 2-जी और 3-जी टावर को हटाकर 4-जी टावर लगाने की योजना थी। अब देश निर्मित 4-जी टावर लगाया जाएगा। चीन निर्मित सामान को इसलिए भी बैन किया जा रहा कि संचार के सामान में हर वक्त साइबर सुरक्षा का डर बना रहता है, खासकर राउटर एवं टावर में।

चीन से करार को रद कर दिया गया

प्रथम चरण में बीएसएनएल को 4-जी के 18 टावर लगाने हैं। समस्तीपुर शहरी क्षेत्र में ताजपुर रोड स्थित प्रोफेसर कॉलोनी, पंजाबी कॉलोनी, बंगाली टोला, बारह पत्थर, धर्मपुर, हरपुर एलौथ, मोहनपुर, मुसरीघरारी, मथुरापुर, मारवाड़ी बाजार के अलावा दलसिंहसराय, रोसड़ा, पूसा और ताजपुर में टावर लगने हैं।

समस्तीपुर के टीडीएम एसके ठाकुर ने कहा कि समस्तीपुर में 18 स्थानों पर चीन निर्मित 4-जी के टावर लगने थे। फिलहाल चीन से करार को रद कर दिया गया है। अब देश में बने 4-जी टावर लगाने की दिशा में प्रक्रिया चल रही है। विदित हो कि गलवन घाटी की घटना के बाद से चीन में बने सामान को लेकर लोगों में आक्रोश है। हर स्तर पर इसका बहिष्कार किया जा रहा है। इस कदम को भी उसी दिशा में माना जा रहा है। सकारात्मक रूप से यह सोचा जा रहा कि हम चीन के सामान का बहिष्कार कर अपने यहां बनी चीजों की ओर से आकर्षित होंगे। इससे उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। विदेशी मुद्रा का भंडार बरकरार रहेगा। चीन को उसकी आक्रामकता का जवाब मिलेगा। उसकी परेशानी बढ़ेगी। आर्थिक मोर्चे पर पीछे होगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.