Teacher's day 2020 : कोरोना काल में नहीं छोड़ा बच्चों का साथ, दे रहीं मुफ्त ऑनलाइन शिक्षा
Teachers day 2020 शिक्षण प्रणाली को कोरोना ने कुछ पल के लिए कर दिया था अस्थिर ऑनलाइन व्यवस्था ने दिया नया माहौल।
दरभंगा, जेएनएन। Teacher's day 2020: पिछले छह महीनों से हमारी दुनिया बदल सी गई है। कोरोना वायरस के फैलते हुए संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ समय के लिए कोरोना ने शिक्षण प्रणाली को अस्थिर कर दिया था। बावजूद इसके डिजिटल शिक्षण पद्धति का एक संवादी माहौल विकसित करने का प्रयास किया। आज बच्चों को डिजिटल शिक्षा के माध्यम से पढ़ा रही हूं। वैसे तो यह एक चुनौती भरा कार्य था। मगर इसका सामना करने के लिए भी नित्य नए प्रयास किए। ताकि बच्चों में मौलिक शिक्षा के साथ-साथ उनमें सर्वांगीण विकास भी किया जा सके। ङ्क्षडपल सारस्वत ऐसी ही एक शिक्षिका का नाम है। जिन्होंने कोरोना काल में बच्चों का साथ नहीं छोड़ा। डिजिटल माध्यम से वह न केवल पढ़ाती रही बल्कि निशुल्क शिक्षा के लिए उन्हें प्रेरित भी करती रही।
अलग-अलग प्रकार के शैक्षणिक मंच का उपयोग किया
ङ्क्षडपल सारस्वत कहतीं हैं, इआरपी सिस्टम, जूम क्लाउड मीटिंग, टेलीग्राम जैसे सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन मौजूद के माध्यम से पढ़ा रही हूं। बच्चों को प्रेरणा देने से पहले स्वयं प्रेरणात्मक बनी और खुद पर भरोसा किया। सोचा हम जिस संक्रमण काल से जूझ रहे हैं, इसका असर हमारे बच्चों पर नहीं पडऩा चाहिए। ऐसे मुश्किल समय में बच्चे हमारी ओर सलाह और मदद भरी नजरों से देखते हैं। इस लिए इन्हें हर तरीके से उच्च और सही जानकारी उपलब्ध कराते हुए इनके मनोबल को बढ़ावा दिया।
कहा कि बच्चों को इस समय घर में रहते हुए ही मनपसंद विषयों पर ध्यान देना चाहिए। घर में ही ऐसी प्रतियोगिता का आयोजन होना चाहिए जिसमें बच्चे भाग ले सकें ।जैसे कि वाद-विवाद, रंगोली आदि एवं बच्चों को नित योगाभ्यास करते रहना चाहिए ताकि शारीरिक एवं मानसिक क्षमता को और निखार सकें।