मुजफ्फरपुर में खुलेगी होमी भाभा कैंसर अस्पताल की चाइल्ड यूनिट, खर्च किए जाएंगे 600 करोड़
यूनिट के लिए 50 एकड़ जमीन की जरूरत मोतीपुर चीनी मिल परिसर के लिए जिला प्रशासन से चल रही बात। यदि सबकुछ सही रहा तो 300 बेड का बनेगा अस्पताल भवन और अन्य संसाधनों पर खर्च किए जाएंगे 600 करोड़ रुपये।
मुजफ्फरपुर, [अमरेंद्र तिवारी]। होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र कैंसर पीडि़त बच्चों के इलाज के लिए यूनिट खोलेगा। 300 बेड के अस्पताल के लिए 50 एकड़ जमीन की तलाश हो रही है। फिलहाल मोतीपुर चीनी मिल परिसर में जमीन देखी गई है। अस्पताल प्रबंधन इस पर जिला प्रशासन के संपर्क में है। अभी श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र चल रहा है। इस यूनिट में 120 बेड की सुविधा बहाल है। मरीजों को ओपीडी, कीमोथेरेपी व सर्जरी की सुविधा मिल रही है। यहां बच्चों के इलाज की व्यवस्था नहीं है। जमीन मिलने के बाद उन्हें भी इसका लाभ मिलने लगेगा। यहां चिकित्सक भवन के निर्माण सहित अन्य संसाधनों पर करीब 600 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बच्चों में इस तरह के कैंसर के मामले आते सामने
कैंसर अस्पताल के जिला प्रभारी डा. रविकांत सिंह ने बताया कि आमतौर पर बच्चों में रक्त का कैंसर (ल्यूकेमिया व लिंफोमा) और मस्तिष्क या पेट में ट्यूमर की शिकायत आती है। इनके इलाज के लिए वाराणसी और मुंबई में इस तरह की यूनिट काम कर रही है। जमीन मिलने व निर्माण के बाद मुजफ्फरपुर में भी इस तरह के इलाज की शुरुआत होगी।
दो साल में 900 मरीजों की हो चुकी है सर्जरी
पहले उत्तर बिहार के लोगों को कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई या अन्य बड़े शहरों में जाना पड़ता था। यह काफी खर्चीला था। दो साल पहले मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र खुलने से यहीं सुविधा मिलने लगी। अब तक विभिन्न जिलों से 21 हजार मरीज जांच और इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचे हैं। इनमें 900 कैंसर पीडि़तों की सफल सर्जरी की जा चुकी है। यहां के विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम अभी सूबे के 16 जिलों में मुंह, सर्वाइकल और स्तन कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की जांच और जागरूकता अभियान चला रही है। इसमें श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के प्राचार्य डा. विकास कुमार, अधीक्षक डा. बीएस झा और सभी विभागाध्यक्षों व चिकित्सकों का सहयोग मिल रहा है।